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पीएम मोदी ने किया 100 लाख करोड़ की 'प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना' का ऐलान

पीएम मोदी ने किया 100 लाख करोड़ की प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना का ऐलान
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स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. भारत आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इसी के साथ देश में आज़ादी के अमृत महोत्सव के जश्न की शुरुआत हो गई है.

पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही देश 'प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना' का ऐलान किया जाएगा, ये 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजना होगा जो लाखों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लाएगी. ये देश के लिए मास्टरप्लान होगा जो नए इंफ्रास्ट्रक्चर की नींव रखेगा.

आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार आठवीं बार देश को संबोधित किया। सरकार ने 75वीं वर्षगांठ को सरकार ने अमृत महोत्सव का नाम दिया है। अपने आठवें संबोधन में पीएम मोदी ने सुभाषचंद्र बोस से लेकर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई तक के सभी वीर शहीदों को नमन किया। पीएम मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री का भी जिक्र किया और कहा कि देश इन सभी महापुरुषों का कर्जदार है और हमेशा रहेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर से कोरोना वैक्सीन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर न रहने को उपलब्धि बताया।

- हमारे वैज्ञानिकों और उद्यमियों की ताक़त का ही परिणाम है कि आज भारत को किसी और देश पर निर्भर नहीं होना पड़ा। आज हम गौरव से कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम भारत में चल रहा है। हम 54 करोड़ से ज़्यादा लोगों को वैक्सीन लगा चुके हैं।

- 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने कहा कि यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा जब हम आजादी की शताब्दी मनाएंगे, नए भारत के सृजन का ये अमृत काल है। इस अमृत काल में हमारे संकल्पों की सिद्धि हमें आज़ादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी, गौरवपूर्ण रूप से ले जाएगी।

- पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि समाज कि विकास यात्रा में कोई व्यक्ति कोई समुदाय पीछे नहीं छूटे। विकास सर्वांगिन होना चाहिए। हाल ही में संसद में ओबीसी समुदाय के आरक्षण से जुड़ा बिल भी पास किया गया है।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में देश को बदलने के लिए नया मंत्र दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के बाद अब सबका प्रयास हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत जरूरी है।

- हमें अभी से जुट जाना है। हमारे पास गंवाने के लिए एक पल भी नहीं है। यही समय है, सही समय है। बदलते हुए युग के अनुकूल हमें भी अपनेआप को ढालना होगा। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुट चुके हैं। आज सरकारी योजनाओं की गति बढ़ी है और निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर रही है। पहले की तुलना में हम तेजी से आगे बढ़े लेकिन सिर्फ यहां बात पूरी नहीं होती। अब हमें पूर्णता तक जाना है।

- पीएम मोदी ने लाल किले पर मौजूद ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए तालियां बजवाकर सम्मान किया। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने न सिर्फ दिल जीता है, बल्कि युवाओं को प्रेरित भी किया है।

-पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक हों, सेवा में जुटे नागरिक हों, वे सब भी वंदन के अधिकारी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत के पास वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता।

-बंटवारे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह दर्द सीने को छलनी करता है। पीएम मोदी ने कहा कि हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है। अब से 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में याद किया जाएगा।

- जब सरकार ये लक्ष्य बनाकर चलती है कि हमें समाज की आखिरी पंक्ति में जो व्यक्ति खड़ा है उस तक पहुंचना है तो न कोई भेदभाव हो पाता है न ही भ्रष्टाचार की गुंजाइश रहती है। देश के हर गरीब व्यक्ति तक पोषण पहुंचाना भी सरकार की प्राथमिकता है। सरकार अपनी अलग अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, फोर्टिफाई करेगी। गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मिल में बालकों को मिलने वाला चावल हो वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा।

- आज नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है। ये कनेक्टिविटी दिलों की भी है और इंफ्रास्ट्रक्चर की भी है। नार्थ ईस्ट की सभी राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम बहुत जल्द पूरा होने वाला है।

- मेडिकल शिक्षा में जरूरी बड़े सुधार भी किए गए हैं। प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर भी उतना ही ध्यान दिया गया है। साथ साथ देश में मेडिकल सीटों में भी काफी बढ़ोतरी की गई है। बहुत जल्द देश के हजारो अस्पतालों के पास अपने ऑक्सीजन प्लांट भी होंगे। 21वीं सदी में भारत को नई उंचाई पर पहुंचाने के लिए भारत के सामर्थ्य का सही और पूरा इस्तेमाल समय की मांग है, बहुत जरूरी है। इसके लिए जो वर्ग और क्षेत्र पीछे है उनकी हैंडहोल्डिंग करनी ही होगी।


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