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CBI ने वरिष्ठ पासपोर्ट सुपरिंटेंडेंट को गिरफ्तार किया — 85 लाख से अधिक की कथित अवैध संपत्ति का मामला

CBI ने वरिष्ठ पासपोर्ट सुपरिंटेंडेंट को गिरफ्तार किया — 85 लाख से अधिक की कथित अवैध संपत्ति का मामला
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रिपोर्ट : विजय तिवारी

नई दिल्ली / ग़ाज़ियाबाद /मुंबई :

केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक सीनियर पासपोर्ट सुपरिंटेंडेंट को disproportionate assets (DA) मामले में गिरफ्तारी

यह अधिकारी पहले ग़ाज़ियाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (Regional Passport Office) में पदस्थ था और वर्तमान में मुंबई पासपोर्ट कार्यालय में कार्यरत बताया गया है। आरोपी को CBI ने 08 दिसंबर 2025 की रात गिरफ़्तार किया, क्योंकि जांच एजेंसी के अनुसार वह गवाहों को प्रभावित करने और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था।

2018 से 2024 के बीच आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप

CBI ने इस मामले में 24 मार्च 2025 को DA केस दर्ज किया था। जांच में यह पाया गया कि आरोपी ने 30 जुलाई 2018 से 30 सितंबर 2024 की अवधि में अपनी ज्ञात और वैध आय की तुलना में ₹85,06,900 (लगभग 146.43% अधिक) की संपत्ति अर्जित की, जिसका स्रोत वह स्पष्ट नहीं कर सका।

छापेमारी में लगभग 60 लाख रुपए नकद बरामद

तफ्तीश के दौरान CBI ने आरोपी के आवास पर तलाशी ली। इस तलाशी में

करीब ₹60 लाख की बड़ी मात्रा में अवैध नकदी

अचल संपत्तियों में निवेश से जुड़े दस्तावेज़

उच्च व्यय और खर्चों से संबंधित साक्ष्य

बरामद किए गए, जिनके स्रोत को लेकर कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण उपलब्ध नहीं कराया गया।

संपत्तियों की अंतरिम कुर्की -

CBI की याचिका पर माननीय विशेष न्यायाधीश, एंटी-करप्शन CBI कोर्ट, ग़ाज़ियाबाद ने 17 सितंबर 2025 को आरोपी की संपत्तियों की ad-interim attachment ( अस्थायी कुर्की ) का आदेश जारी किया।

आदेश के अंतर्गत : एक आवासीय फ्लैट, एक व्यावसायिक दुकान को कुर्क किया गया है।

12 दिसंबर 2025 तक पुलिस रिमांड

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को 09 दिसंबर 2025 को CBI कोर्ट ग़ाज़ियाबाद में प्रस्तुत किया गया। अदालत ने मामले की आगे की जांच और पूछताछ हेतु आरोपी को 12 दिसंबर 2025 तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

जांच जारी -

CBI ने कहा है कि मामले की जांच जारी है, और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह कार्रवाई सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार-रोधी प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। CBI ने साफ कहा है कि वह जांच में किसी भी स्तर पर हस्तक्षेप या प्रभाव प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी।

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