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अमेरिका से लाया गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल, NIA ने कस्टडी में लिया

अमेरिका से लाया गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल, NIA ने कस्टडी में लिया
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अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया है. NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता अनमोल को IGI एयरपोर्ट पर NIA और दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है. जेल से बाहर आने के बाद वह फर्जी पासपोर्ट से विदेश भाग गया था. बाबा सिद्दीकी, सिद्धू मूसेवाला हत्या और सलमान खान के घर फायरिंग जैसे 18 से अधिक गंभीर मामलों में वह आरोपी है.

अनमोल बिश्नोई का आपराधिक नेटवर्क कई देशों- पुर्तगाल, इटली, अमेरिका, बुल्गारिया, तुर्की और दुबई तक फैला हुआ है. उसका सिंडिकेट अलग-अलग भूमिकाओं में काम करता है, जिसमें इंटरनेशनल व्हाट्सऐप-सिग्नल नंबर उपलब्ध कराना, VPN अकाउंट की सप्लाई, फरार अपराधियों के लिए सेफ हाउस की व्यवस्था और हाई-ग्रेड अवैध हथियारों की खरीद शामिल है.

नेटवर्क ड्रग सप्लाई, नए शार्पशूटर्स की पहचान और ट्रेनिंग, अपराध से होने वाले पैसों की मनी-लॉन्ड्रिंग और फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे काम भी करता है. इतना ही नहीं, स्थानीय नाबालिगों की भर्ती जैसी खतरनाक गतिविधियों में भी उसकी बड़ी भूमिका सामने आई है. NIA का मानना है कि यह नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध का एक विस्तृत तंत्र बन चुका है.

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई और उसके क्राइम सिंडिकेट के कथित वारिस अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत लाया गया है. दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद उसे सीधे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया जाएगा, जहां NIA सबसे पहले उसकी कस्टडी प्राप्त करेगी.

अनमोल के खिलाफ कई राज्यों में गंभीर मामले दर्ज हैं और उसकी हिरासत के लिए दिल्ली, मुंबई, पंजाब और राजस्थान की पुलिस भी कतार में है. अनमोल पर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस से लेकर बाबा सिद्दीकी हत्याकांड तक कई हाई-प्रोफाइल अपराधों में संलिप्त होने के आरोप हैं. उसकी गिरफ्तारी से बिश्नोई गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच और तेज होने की उम्मीद है.

गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के तुरंत बाद NIA ने दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया. एजेंसी की टीमें उसके पहुंचने से पहले ही एयरपोर्ट पर मौजूद थीं और लैंडिंग होते ही गिरफ्तारी की औपचारिकताएँ पूरी कर लीं.

NIA की जांच में यह भी सामने आया है कि अनमोल बिश्नोई विदेश में बैठकर एक बड़े एक्सटॉर्शन रैकेट को संचालित कर रहा था. कई मामलों में एजेंसी को उससे जुड़े मजबूत सबूत मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि वह टेरर, गैंगस्टर और हथियार तस्करों के बीच सक्रिय कड़ी की तरह काम कर रहा था.

यह पूरी जांच NIA के केस RC 39/2022 का हिस्सा है, जिसमें एजेंसी का फोकस इस पूरे नेटवर्क - टेरर मॉड्यूल, अपराधी गिरोह और अवैध हथियार सप्लायर्स के गठजोड़ को खत्म करना है. अनमोल की गिरफ्तारी से उम्मीद है कि इस इंटरलिंक्ड सिंडिकेट को कमजोर करने में तेजी आएगी और कई और संदिग्धों पर शिकंजा कसेगा.

NIA की कार्रवाई में पकड़ा गया अनमोल बिश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक अहम सदस्य, 2020 से 2023 के बीच भारत में सक्रिय टेरर-सिंडिकेट चलाने में मुख्य भूमिका निभा रहा था. जांच के अनुसार, वह गोल्डी बराड़ और लॉरेंस के लिए विदेश से लगातार सपोर्ट देता था और कई आतंकी और गैंगस्टर गतिविधियों में उनकी मदद करता था.

अमेरिका में रहते हुए वह भारत में शूटर्स को निर्देश देता था और पूरी ऑपरेशनल चेन को नियंत्रित करता था. इसके अलावा, उसने ग्राउंड पर काम करने वाले गैंग के सदस्यों को शेल्टर, हथियार और अन्य लॉजिस्टिक सपोर्ट भी मुहैया कराया. उसकी गिरफ्तारी से NIA को उम्मीद है कि इस नेटवर्क की इंटरनेशनल कड़ियों पर बड़ी चोट पहुंचेगी.

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