बिहार चुनाव 2025 : एनडीए की प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
विकास, सुशासन और महिलाओं के भरोसे का जनादेश
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने भारी बढ़त के साथ जीत दर्ज की है। 243 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए के उम्मीदवार शुरुआती रुझानों से लेकर प्राप्त नतीजों तक लगातार मजबूत स्थिति में दिखाई दिए, जहाँ गठबंधन को करीब 190–200 सीटों का जनादेश मिला है, जो बहुमत की सीमा 122 से काफी अधिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक जीत पर बिहार की जनता, एनडीए उम्मीदवारों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह जीत “अच्छे शासन, विकास और सामाजिक न्याय” में जनता के भरोसे का प्रमाण है। साथ ही उन्होंने जदयू प्रमुख नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को भी विशेष रूप से शुभकामनाएँ दीं।
एनडीए की सीट स्थिति
बीजेपी लगभग 90 सीटों पर आगे/विजयी रही।
जदयू ने करीब 79 सीटों पर बढ़त बनाई।
गठबंधन के अन्य दलों ने भी कई क्षेत्रों में प्रभावी प्रदर्शन किया।
उधर, विपक्षी महागठबंधन—जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दल शामिल थे—को इस चुनाव में करारा झटका लगा, जहां कांग्रेस मात्र 1–3 सीटों तक सिमटती नजर आई।
महिला वोटरों की निर्णायक भूमिका
विश्लेषणों के अनुसार, इस चुनाव में महिला मतदाता एनडीए की जीत के सबसे बड़े निर्धारकों में से रहे। महिलाओं के लिए चलाई गई योजनाएँ, प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ और सुरक्षा व सामाजिक सशक्तिकरण को लेकर किए गए प्रचार ने प्रभावी भूमिका निभाई। रिपोर्टों के मुताबिक, महिलाओं के झुकाव ने कई सीटों पर एनडीए को निर्णायक बढ़त दिलाई।
क्यों जीता एनडीए
1. विकास और सुशासन का एजेंडा
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान विकास, बुनियादी ढाँचे, महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय को केंद्र में रखा।
2. स्थिर नेतृत्व की छवि
गठबंधन ने स्थिर सरकार और निरंतरता के संदेश को मजबूती से पेश किया।
3. विपक्ष की कमजोर रणनीति
महागठबंधन आंतरिक मुद्दों, उम्मीदवार चयन और नेतृत्व की दिशा को लेकर कमजोर दिखाई दिया।
राज्य में जश्न का माहौल
पटना सहित कई जिलों में एनडीए समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों, मिठाइयों और आतिशबाजी के साथ जीत का जश्न मनाया। सड़क से लेकर पार्टी कार्यालयों तक समर्थकों का उमड़ता उत्साह पूरे दिन जारी रहा।
विपक्षी प्रतिक्रिया
वहीं, विपक्ष ने नतीजों पर सवाल उठाते हुए कई सीटों पर मतगणना प्रक्रियाओं को लेकर “अनियमितता” और “मत चोरी” के आरोप लगाए, हालांकि चुनाव आयोग ने अपनी प्रक्रियाओं को पूर्णत: पारदर्शी बताया है।
अगला कदम : नीतीश कुमार की वापसी तय
इन परिणामों के साथ यह लगभग स्पष्ट है कि नीतीश कुमार एक बार फिर सरकार का नेतृत्व करेंगे। यह जीत राज्य की राजनीति ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ा प्रभाव छोड़ने वाली मानी जा रही है।




