शादी में कैश गिफ्ट पर बड़ी सावधानी जरूरी : 2 लाख से अधिक नकद लिया तो पेनाल्टी बराबर राशि की; इनकम टैक्स का कड़ा नियम और जनता के लिए महत्वपूर्ण चेतावनी

रिपोर्ट : विजय तिवारी
नई दिल्ली।
देश में इस समय विवाह समारोहों का दौर चल रहा है। परिवारों में उत्साह, तैयारियां और मेहमानों की रौनक अपने चरम पर है। दूल्हा-दुल्हन को परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों की ओर से मिलने वाले गिफ्ट्स इस खुशी को और बढ़ाते हैं।
लेकिन इस उल्लास के बीच एक पहलू ऐसा है जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है—शादी में मिलने वाला कैश गिफ्ट इनकम टैक्स कानून के दायरे में आता है और इसकी सीमा तय है।
अगर यह सीमा पार हो जाए, तो शादी की खुशी आर्थिक तनाव में बदल सकती है, क्योंकि टैक्स विभाग की नजर अब बड़े कैश लेनदेन पर पहले से कहीं ज्यादा सख्त हो चुकी है।
शादी पर मिलने वाले गिफ्ट—टैक्स से पूरी तरह मुक्त, लेकिन कैश गिफ्ट पर है अलग नियम
इनकम टैक्स एक्ट के अनुसार, शादी के अवसर पर मिलने वाले गिफ्ट को आय की श्रेणी में नहीं रखा जाता। इसलिए—
कैश
चेक
ज्वैलरी
कीमती वस्तुएं
संपत्ति
बैंकिंग माध्यम से दिया गया कोई भी गिफ्ट
—सभी पूरी तरह टैक्स-फ्री हैं।
लेकिन यहीं एक प्रमुख शर्त लागू होती है।
टैक्स-फ्री होना और कैश स्वीकार करने की सीमा—दो अलग बातें हैं।
कैश पर इनकम टैक्स कानून का सबसे सख्त प्रावधान लागू होता है, जिसे धारा 269ST के नाम से जाना जाता है।
इनकम टैक्स एक्ट की धारा 269ST: एक व्यक्ति से एक दिन में केवल 2 लाख रुपये कैश
इस धारा के तहत स्पष्ट प्रावधान है—
कोई भी व्यक्ति
किसी भी अन्य व्यक्ति से
एक ही दिन में
2 लाख रुपये से अधिक नकद नहीं ले सकता
चाहे वह मौका शादी का हो, कोई सामाजिक कार्यक्रम हो, या पारिवारिक समारोह—नियम हर जगह समान रूप से लागू होता है।
यह कानून दूल्हा-दुल्हन दोनों पर समान रूप से लागू होता है।
सीमा तोड़ी तो टैक्स विभाग की कार्रवाई—पेनाल्टी जितनी राशि ली गई उतनी ही
इस नियम के उल्लंघन पर इनकम टैक्स विभाग सीधे कार्रवाई करता है।
2 लाख से अधिक कैश लिया → लेनदेन अवैध
उल्लंघन तय होते ही पेनाल्टी तय
पेनाल्टी = उतनी ही राशि जितनी कैश में ली गई
उदाहरण
यदि किसी मेहमान ने शादी में 3 लाख रुपये कैश दिए—
➡ दूल्हा/दुल्हन पर 3 लाख रुपये की पेनाल्टी
➡ कार्रवाई धारा 269ST के तहत
यह प्रावधान इसलिए कड़ा है क्योंकि बड़े कैश लेनदेन अक्सर अप्रमाणिक संपत्ति, काले धन और बिना रिकॉर्ड की नकदी से जुड़ जाते हैं।
2 लाख से अधिक गिफ्ट कैसे स्वीकार करें?—सही, सुरक्षित और कानूनी तरीका
यदि कोई रिश्तेदार या मित्र बड़ी रकम देना चाहता है, तो उसके वैध विकल्प हैं—
चेक
RTGS
NEFT
IMPS
UPI
बैंक ट्रांसफर
अकाउंट-टू-अकाउंट भुगतान
इन माध्यमों से किया गया लेनदेन पूरी तरह कानूनी, सुरक्षित, और टैक्स-वाइज क्लीन माना जाता है।
यह तरीका दूल्हा-दुल्हन को भविष्य में टैक्स जांच के दौरान भी बचाता है।
इनकम टैक्स की सख्ती का कारण—कैश में अवैध लेनदेन और दिखावटी गिफ्ट
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि वर्षों से शादी जैसे अवसरों को कुछ लोग बड़ी नकदी खपाने या दिखावटी खर्च के माध्यम के रूप में उपयोग करते रहे हैं।
कई बार मोटी नकद रकम “गिफ्ट” के नाम पर दी जाती है, जिससे अवैध धन को वैध दिखाने की कोशिश की जाती है।
इसी प्रवृत्ति को रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए टैक्स विभाग ने:
बड़े कैश लेनदेन पर निगरानी
दंडात्मक प्रावधान
और लेनदेन का डिजिटल रिकॉर्ड
जैसी सख्त व्यवस्थाएं लागू की हैं।
जागरूकता का महत्वपूर्ण संदेश—शादी की खुशी पर टैक्स का बोझ न आने दें
शादी एक उत्सव है, लेकिन वित्तीय जिम्मेदारी और कानूनी समझ उतनी ही जरूरी है।
इसलिए :
शादी के गिफ्ट टैक्स-फ्री हैं
पर कैश गिफ्ट की सीमा सख्त है
सीमा टूटे तो पेनाल्टी राशि के बराबर
बड़ी रकम हमेशा बैंकिंग माध्यम से लें
और कैश लेते समय नियमों की जानकारी जरूर रखें
इन प्रावधानों का उद्देश्य दूल्हा-दुल्हन को परेशानी से बचाना और समाज में पारदर्शी वित्तीय व्यवहार को बढ़ावा देना है।




