भारत-चीन के बीच इन मुद्दों पर बनी सहमति, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

पीएम मोदी के चीन दौरे पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बड़ा बयान दिया है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रिय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद जैसे मुद्दों पर दोनों देश एकजुट हुए. सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमति बनी.
मिस्री ने कहा कि दोनों देशों ने साझा सोच को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. आपसी विश्वास को बढ़ाना दोनों देशों का लक्ष्य है. बातचीत के दौरान यह सहमति भी बनी कि मतभेदों को विवाद में बदलने नहीं देना चाहिए. चुनौतियों से मिलकर निपटने की दरकार है. दोनों नेता समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं.दरअसल, एक साल से भी कम समय में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी बैठक थी.
पीएम मोदी और शी जिनपिंग की पिछली बैठक पिछले साल अक्टूबर में कजान में हुई थी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई थी. दोनों पक्षों ने इस दौरान कुछ लक्ष्य भी तय किए थे.
PM मोदी ने जिनपिंग को दिया BRICS समिट का न्योता
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश सचिव ने बताया कि पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति को BRICS समिट का न्योता दिया. राष्ट्रपति जिनपिंग ने इस निमंत्रण के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया और भारत की BRICS अध्यक्षता के लिए चीन का पूर्ण समर्थन देने की पेशकश की. भारत अगले साल यानी 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा.