जांच एजेंसियों के राजनीतिक दुरुपयोग का आरोप, सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है : मल्लिकार्जुन खड़गे

रिपोर्ट : विजय तिवारी
नई दिल्ली।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिशोध के तहत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को बदनाम करने, डराने और दबाव में लाने के लिए एजेंसियों के माध्यम से चुनिंदा कार्रवाई की जा रही है।
खड़गे ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक परंपराओं को कमजोर करने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी कांग्रेस या विपक्ष सरकार की नीतियों पर सवाल उठाता है, उसी समय ईडी या सीबीआई के नोटिस और छापे सामने आ जाते हैं। उनके अनुसार, यह महज संयोग नहीं बल्कि सोची-समझी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि कई मामलों में वर्षों पुराने प्रकरणों को दोबारा खोलकर नेताओं को कानूनी पचड़े में फंसाया जा रहा है, जबकि सत्तारूढ़ दल से जुड़े मामलों में एजेंसियां नरमी बरतती दिखाई देती हैं। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों का यह दोहरा रवैया जनता के सामने साफ हो चुका है और इससे संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
खड़गे ने यह भी कहा कि कांग्रेस कानून का सम्मान करने वाली पार्टी है और उसके नेता हर जांच में सहयोग करते रहे हैं। बावजूद इसके, एजेंसियों का इस्तेमाल चरित्र हनन और राजनीतिक छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि ईडी और सीबीआई को राजनीतिक दबाव से मुक्त रखा जाए, ताकि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से अपना कार्य कर सकें।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग इसी तरह जारी रहा तो यह लोकतंत्र के लिए घातक साबित होगा। खड़गे के इस बयान के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने एक सुर में केंद्र सरकार पर विपक्ष को कुचलने का आरोप लगाया है, जबकि सरकार की ओर से पहले भी ऐसे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा जाता रहा है कि सभी कार्रवाई कानून के अनुसार होती है।
कुल मिलाकर, खड़गे का यह बयान एक बार फिर जांच एजेंसियों की भूमिका, उनकी स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा को लेकर देशव्यापी चर्चा को तेज करने वाला साबित हो रहा है।




