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उत्तराखंड : प्रदेश की मिलेगी पहली महिला स्पीकर, भाजपा ने रितु खंडूरी को बनाया प्रत्याशी

उत्तराखंड : प्रदेश की मिलेगी पहली महिला स्पीकर, भाजपा ने रितु खंडूरी को बनाया प्रत्याशी
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उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव ने कई इतिहास रचा। एक तरफ सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पुनः सत्ता में जोरदार वापसी की तो वही मुख्यमंत्रियों के चुनाव हारने का सिलसिला भी जारी रहा। इसी के साथ उत्तराखंड की पांचवी विधानसभा को पहली महिला स्पीकर मिलने का भी गौरव प्राप्त होगा। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की बेटी रितु खंडूरी को विधानसभा अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया है। भाजपा को मिली बहुमत को देखते हुए उनका चुना जाना तय है।

कोटेदार से है विधायक

पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (रिटायर्ड) बीसी खंडूड़ी की बेटी रितु खंडूरी को भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया है। रितु खंडूरी ने पौड़ी गढ़वाल जिले की कोटेदार सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र नेगी को हराकर विधानसभा पहुंची है। रितु ने अपने अध्यक्ष बनने की खबरो की भी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने फोन कर उन्हें अध्यक्ष चुनाव में नामांकन करने की बात कही है।

नेतृत्व हुआ है प्रभावित

रितु की जीत से केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व बहुत ही प्रभावित हुआ है। यम्केश्वर से टिकट कटने के बाद अचानक उन्हें कोटेदार सीट से उम्मीदवार बनाया गया। अंत समय में उम्मीदवारी घोषित होने के बाद भी रितु ने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर चुनाव जीत लिया। महिलाओं को प्राथमिकता देने के क्रम में भाजपा नेतृत्व ने उन्हें अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया है। उन्हें उत्तराखंड विधान सभा की पहली महिला स्पीकर होने का भी गौरव प्राप्त होगा।

सोमवार से हो सकता है सत्र

सोमवार से उत्तराखंड विधानसभा का सत्र आहूत होने की संभावना है। बस पति वार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा सत्र की तिथियों को लेकर निर्णय लिए जाने की संभावना है। सोमवार से सत्र के शुरुआत के एक-दो दिन के भीतर अध्यक्ष चुनने की औपचारिकता पूरी की जाएगी।

मुख्यमंत्री की रेस में थी शामिल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा से चुनाव हार जाने के बाद रितु मुख्यमंत्री की रेस में भी शामिल थी। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं मतदाताओं का अधिक समर्थन मिलने की संभावना व्यक्ति की जा रही थी। बुधवार को हुए शपथ ग्रहण से पहले उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की भी संभावना व्यक्त की जा रही थी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और शपथ ग्रहण के बाद यह जानकारी सामने आई कि भाजपा रितु खंडूरी को अध्यक्ष की जिम्मेदारी देगी।

पति है आईएएस अधिकारी

रितु खंडूरी भूषण कोटेदार से विधायक चुनी गई हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी है। उनके पति राजेश भूषण केंद्र में स्वास्थ सचिव के पद पर कार्यरत हैं। बुधवार को हुए शपथ ग्रहण में उनके बड़े भाई सौरभ बहुगुणा को मंत्री भी बनाया गया है।

संभाल रही पिता की विरासत

प्रदेश की पहली महिला स्पीकर की जिम्मेदारी संभालने वाली रितु खंडूरी भूषण ने स्नातक तक की पढ़ाई की है। ऋतु ने 1986 में मेरठ यूनिवर्सिटी के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से बीए ऑनर्स की पढ़ाई की। वह अपने पिता बीसी खंडूरी की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। खंडूरी सेना से रिटायर होने के बाद राजनीति में आए थे। बीसी खंडूरी 2007 से 2009 और फिर 2011 से 2012 के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे। खंडूरी गढ़वाल लोकसभा से जीतने वाले पहले सांसद हैं और यहां से कुल 5 बार जीतकर सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे। 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने खंडूरी है जरूरी का नारा दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री खंडूरी खुद अपनी कोटद्वार सीट पर प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी के हाथों हार गए। इसके बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली और बेटी ने राजनीतिक विरासत संभाल लिया। इस चुनाव में सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर रितु ने अपने पिता की हार का बदला भी ले लिया है। ऋतु के चुनावी हलफनामे के अनुसार वह करोड़ों की मालकिन है । ऋतु के पास कुल 7.26 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें 1.26 करोड़ रुपये की चल और 4.40 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।

उद्देश्य ठाकुर

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