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उत्तराखंड : धामी दूसरी बार बने मुख्यमंत्री, आठ मंत्रियों ने भी ली शपथ

उत्तराखंड : धामी दूसरी बार बने मुख्यमंत्री, आठ मंत्रियों ने भी ली शपथ
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12 दिन बाद उत्तराखंड को उसका मुख्यमंत्री मिल गया। देहरादून के परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (रिटायर्ड) ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। धामी के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रध्यक्ष जेपी नड्डा, समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

दूसरी बार बने मुख्यमंत्री

सभी अटकलों को विराम लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को ही अपना मुख्यमंत्री चुना। केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में सोमवार को हुए विधायक दल की मीटिंग में सर्वसम्मति से उन्हें नेता चुना गया था। आज देहरादून के परेड ग्राउंड मे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में उन्होंने उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ लिया। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।

मौजूद रहे बड़े नेता

देहरादून के परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण में कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण में शिरकत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उत्तराखंडी टोपी लगा कर आए जिसके पर ब्रह्म कमल (उत्तराखंड का राजकीय चिन्ह) बना हुआ था।

दोबारा बने हैं मुख्यमंत्री

धामी ने आज दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। धामी इससे पहले जुलाई 2021 में तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद सीएम बने थे। मार्च 2021 में भाजपा ने सबको चौंका ते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था। उस वक्त सिंह रावत लोकसभा के सदस्य थे। मुख्यमंत्री बनने के 6 महीने के भीतर राज्य विधानसभा का सदस्य बनना अनिवार्य होता है। लेकिन आम चुनाव से 6 महीने पूर्व चुनाव आयोजित नहीं कराया जा सकता था। जिस कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद धामी की किस्मत चमकी। तीरथ के इस्तीफे के बाद पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बने और पार्टी ने उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और जोरदार वापसी की। हालांकि मुख्यमंत्री अपनी खटीमा सीट से चुनाव हार गए। हार के बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है। अब उन्हें 6 महीने के भीतर चुनाव जीतकर विधानसभा का सदस्य बनना होगा।

8 मंत्रियों ने ली शपथ

धामी के साथ 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने वालों में सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, सौरव बहुगुणा, प्रेमचंद अग्रवाल और चंदन राम दास शामिल है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इन्हें भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

भाजपा ने की जोरदार वापसी

प्रदेश के पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी में सभी मिथकों को तोड़ते हुए फिर से एक बार सत्ता में वापसी की है। प्रदेश की 70 सीटों में से भाजपा ने 47 सीटें हासिल की। वहीं कांग्रेस 19 सीटों पर सिमट गई। बसपा को 2 सीटें मिली और 2 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई।

हर की पैड़ी पर किया पूजा अर्चना

दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत करने वाले पुष्कर धामी ने शपथ के बाद पहले अपनी मां बिसना देवी का आशीर्वाद लिया। उसके बाद वह हरिद्वार के लिए रवाना हो गए वहां उनका स्वागत पुष्प वर्षा कर किया गया। हरिद्वार पहुंचकर उन्होंने हर की पैड़ी में पूजा अर्चना किया गंगा आरती में भी शामिल हुए। हर की पैड़ी पर पूजा अर्चना के बाद कनखल के जगद्गुरू आश्रम के लिए रवाना हो गए हैं। कल वह अपनी पहली कैबिनेट की बैठक भी करेंगे।

उद्देश्य ठाकुर

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