Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

SRVS कालेज में बच्चों की जान पर बना संकट!स्कूल की लापरवाही से 15 छात्र बेहोश - दो बच्चियों की हालत गंभीर...

SRVS कालेज में बच्चों की जान पर बना संकट!स्कूल की लापरवाही से 15 छात्र बेहोश - दो बच्चियों की हालत गंभीर...
X


प्रशासन की खामोशी, रसूखदार संचालक के आगे प्रशासन की कार्रवाई ठंडी....

विशेष रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव संग मोहम्मद अफजल...

चंदौली/अलीनगर: निजी स्कूलों/कॉलेजों की हाईटेक पढ़ाई, लाखों की फीस... और बच्चों की सुरक्षा पर जीरो गारंटी! ये कोई फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं, चंदौली के SRVS कालेज की हकीकत है।जहां एक ओर स्कूल प्रशासन बच्चों को धूप में खड़ा कर फोटोशूट और 'आई लव यू पापा' डे मना रहा था, वहीं दूसरी ओर कई मासूम बच्चे कड़ी धूप में बेहोश होकर गिर रहे थे। 15 से ज्यादा बच्चों की तबीयत बिगड़ी, दो बच्चियों की हालत गंभीर है और प्रशासन... अब तक बस 'जांच' की रट लगा रहा है।

घटना 19 जुलाई की है। जगह — चंदौली का SRVS कालेज। मौका था कालेज का विशेष आयोजन। बच्चों को करीब दो घंटे तक तपती धूप और उमस में मैदान में खड़ा रखा गया। ‘आई लव यू पापा’ डे की आड़ में बच्चों की सेहत के साथ जो खिलवाड़ हुआ, वो हैरान करने वाला है।कालेज प्रबंधन की लापरवाही का अंजाम ये रहा कि एक-एक कर बच्चे गिरने लगे। कुछ को उल्टियां हुईं, कुछ बेहोश हो गए। दो बच्चियों को नाज़ुक हालत में अलीनगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक बच्ची की हालत अध्यधिक गंभीर होने पर उसे BHU रेफर किया गया है।लेकिन अब तक कोई एफआईआर नहीं, कोई गिरफ़्तारी नहीं।

मौके पर पहुंचे गार्जियनों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि बच्चे गर्मी के कारण बेहोश हुए थे। स्कूल वाले कह रहे थे कि सब नॉर्मल है। हालांकि गार्जियनों ने आगे कहा कि अगर समय रहते इलाज नहीं होता तो अनहोनी हो सकती थी।अब सबसे बड़ा सवाल प्रशासन पर है। गार्जियनों में से किसी ने 112 नबर पर बच्चों के बेहोश होने की सूचना दी थी, AHTU टीम अलीनगर मौके पर पहुंच जांच तो की लेकिन रसूखदार और सत्ता पक्ष में ऊंची पहुंच रखने वाले कालेज के डायरेक्टर की धौंस के आगे लाचार दिखी। और मामले में लीपापोती कर कन्नी काट ली। बता दें मौके पर पहुंची मीडिया टीम ने जब इस बाबत कालेज के प्रिंसिपल नीलांजना चक्रवर्ती से प्रकरण जानने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कालेज की गुणवत्ता और हाईटेक व्यवस्थाओं का हवाला देती नजर आई।

बच्चों की सुरक्षा पर सवाल और दो दिनों से सिर्फ जिला प्रशासन द्वारा मामला संज्ञान में होने और जांच का हवाला देने की बात पूरे प्रकरण पर बड़ा सवाल उठा रही है। सूत्रों की माने तो कॉलेज का डायरेक्टर सत्ता पक्ष से जुड़ा है। शायद इसीलिए कार्रवाई की रफ्तार ठंडी है और जांच का सिर्फ खोखला हवाला देकर पूरे प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। फिलहाल पूरे प्रकरण DIOAS चंदौली देवेंद्र कुमार सिंह ने मीडिया टीम को बताया कि मामले में टीम गठित कर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांचोपरांत आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले बख्शे नहीं जायेंगे। हालांकि प्रश्न उठना लाजिमी है कि जिस देश में शिक्षा मंदिर कहा जाता है, वहां बच्चों की जान अब रसूख और राजनीति की बली चढ़ रही है। सवाल बस इतना है — क्या जांच की फाइलों में फिर किसी मासूम की जान दफन हो जाएगी?SRVS कालेज का मामला अब जिले की जनता की अदालत में है। प्रशासन कब जागेगा, ये देखने वाली बात है!

Next Story
Share it