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उत्तर प्रदेश

#Unnao 'पत्रकार' हत्याकांड: दिव्या अवस्थी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क

#Unnao   पत्रकार हत्याकांड: दिव्या अवस्थी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क
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उन्नाव. कथित पत्रकार हत्याकांड में आरोपित दिव्या अवस्थी और उसके पति कन्हैया अवस्थी, देवर राघवेन्द्र अवस्थी की 15 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की है. करोड़ों की बेश कीमती जमीन को प्रशाशन ने कब्जे में लेकर चिन्हांकन कराया है और प्रशासनिक कब्जे के बोर्ड भी लगा दिए है. बता दें तीनों हत्या, साजिश रचने मामले में उन्नाव जिला कारगार उन्नाव जेल में बंद हैं. जिला प्रशासन ने तीनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है.

बता दें कि उन्नाव के गंगा घाट के रहने वाले कथित पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की 19 जून 2020 को सदर कोतवाली क्षेत्र के सहजनी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मृतक के भाई ने गंगा घाट के ही रहने वाले कन्हैया अवस्थी उसकी पत्नी दिव्या अवस्थी व कन्हैया के भाई राघवेन्द्र अवस्थी समेत 8 लोगों पर हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने हत्या के 16 वें दिन मुख्य अभियुक्त दिव्या अवस्थी व उसके पति कन्हैया अवस्थी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. उन्नाव पुलिस शूटर व उसके साथियों को भी गिरफ्तार जेल भेज चुकी है. वहीं कन्हैया अवस्थी के आरोपी भाई राघवेन्द्र अवस्थी को भी गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है.

15 करोड़ की संपत्ति कुर्क

मामले में अब तक पुलिस 8 अभियुक्तों को जेल भेज चुकी है. जेल में बंद कन्हैया अवस्थी , दिव्या अवस्थी व राघवेन्द्र अवस्थी पर जिला प्रशासन ने गैंगेस्तर एक्ट में कारवाई की है. वहीं कन्हैया अवस्थी पर एनएसए की कारवाई भी हुई है. बीते दिनों जनपदीय टास्क फोर्स ने कन्हैया अवस्थी , दिव्या अवस्थी व राघवेन्द्र अवस्थी के अपराधिक गतिविधियों के साक्ष्य के आधार पर 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने की रिपोर्ट डीएम उन्नाव रविंद्र कुमार को भेजी थी. इसके तहत आज 18 दिसंबर को डीएम उन्नाव के निर्देश पर गंगाघाट कोतवाली पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी कार्रवाई की है. अवैध रूप से अर्जित की गई कुल- 88 भू-सम्पत्ति , 3 लग्ज़री वाहनों समेत कुल 14 करोड़ 85 लाख 79 हजार 920 रुपये मूल्य (लगभग 15 करोड रूपये) की चल-अचल संपत्ति को ज़ब्त कर कुर्क किया है. नायब तहसीलदार रजनीश बाजपेई ने बताया कि डीएम के निर्देश पर कुर्की की कार्रवाई की गई है. जमीनों को चिन्हित कर चिन्हांकन कराया गया है. अब जमीनें प्रशासन के कब्जे में रहेंगी.

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