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उत्तर प्रदेश

AMU में पूर्व छात्र को मारी गोली, फायरिंग से दहले छात्र

AMU में पूर्व छात्र को मारी गोली, फायरिंग से दहले छात्र
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में शुक्रवार रात पूर्व छात्र को गोली मार दी गई। उसे जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। गोली मारने का आरोपित भी पूर्व छात्र है। झगड़े का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत व सीओ तृतीय शिवप्रताप सिंह ने मेडिकल कालेज पहुंचकर घायल का हाल जाना। घटना रात करीब साढ़े आठ बजे की है।

अमरोहा निवासी है फैजान

एएमयू से बीई फाइनल कर चुका अमरोहा के थाना डिडौली क्षेत्र के गांव चूहरपुर निवासी पूर्व छात्र फैजान आरएम हाल की कैंटीन के बाहर खड़ा था। हाल में मसूद क्रिकेट कप का आयोजन होने जा रहा है। फैजान ने पुलिस को बताया कि वह आयोजन की तैयारी में लगा था। वह छात्रों की मदद करता रहता है। उसका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ। आरोप है कि खालिद चौधरी नाम का पूर्व छात्र उसे तलाशते हुए आया। आते ही उसने गाली-गलौज कर गोली चला दी। गोली उसके पेट के नीचे लगी है।

फायरिंग की आवाज से वहां खलबली मच गई। प्राक्टोरियल टीम ने घायल को जेएन मेडिकल में भर्ती कराया। सीओ तृतीय शिवप्रताप सिंह ने बताया कि आपसी विवाद में छात्र को गोली लगी है। आरोपित की तलाश की जा रही है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में शुक्रवार को हुई फायरिंग की घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। आवासीय हाल में हुई इस घटना से छात्र भी दहल गए। यूनिवर्सिटी परिसर में बाहरी लोगों की वजह से आए दिन घटनाएं होती हैं। इससे यूनिवर्सिटी की साख पर भी बट्टा लगता है। कई बार पुलिस ने पत्र लिखकर बाहरी लोगों पर लगाम लगाने के लिए पत्र भी लिखे, लेकिन कुछ नहीं हो सका।

शुक्रवार रात को हुई घटना तो दोनों ही पक्ष बाहरी हैं। वर्तमान में कोई एएमयू से पढ़ाई नहीं कर रहा है। दोनों का ही यूनिवर्सिटी के आरएम हाल में दबदबा है। उन्हें रोकन-टोकने वाला कोई नहीं है। अगर ऐसा नहीं होता बाहरी युवक हाल में प्रवेश नहीं कर पाते। गोली लगने से घायल हुए जुबैर ने पुलिस को बताया भी कि वह छात्रों की मदद करता है। एएमयू तमाम ऐसे युवक हैं जो छात्र नहीं हैं और आवासीय हालों रहते भी हैं।

बीबीसी डाक्यूमेंट्री से जुड़े पर्चे हुए थे चस्पा

तीन दिन पहले एएमयू परिसर में बीबीसी डाक्यूमेंट्री से जुड़े पर्चे चस्पा कर दिए गए। एएमयू प्रशासन ने इसमें बाहरी लोगों का शामिल होनेा बताया था। यूनिवर्सिटी के लिए यह गंभीर बात है। ये न तो छात्रों के हित में है और न यूनिवर्सिटी के। इस पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।

घायल युवक फलहाल एएमयू का छात्र नहीं है। आरएम हाल में वह क्यों आया, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। झगड़े का विवाद अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर एएमयू

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