8 लाख के चालान पर भड़के अखिलेश यादव बोले- 'टोंटी चोरी' वाला आरोप कभी नहीं भूलूंगा

अखिलेश यादव की गाड़ी का चालान हुआ है. वो भी आठ लाख रुपये. इससे अखिलेश यादव जमकर भड़के. खूब सरकार को खरी-खोटी सुनाई. टोंटी चोरी के आरोप को याद करते हुए कहा कि इसे कभी नहीं भूल सकते. उन अधिकारियों का भी नाम लिया, जिन्होंने उनके सीएम आवास से जाने के बाद उस घर को गंगा जल से धुलवाया.
क्यों हुआ अखिलेश यादव का चालान
अखिलेश यादव ने खुद बताया कि कल मुझे मेरी गाड़ी का चालान मिला. सरकार ने चालान किया है तो हमने कहा कि जो चालान है, वो भर दो. जब चालान देखा तो पता चला पूरे काफिले के चालान के लिए मुझे आठ लाख रुपये का चालान भरना है. जो सीसीटीवी कैमरा चला रहा है, वो बीजेपी का आदमी होगा. अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि शिक्षा और छात्र कैसे बर्बाद हों, सरकार इसपर काम कर रही है. ये सरकार नहीं चाहती कि पढ़-लिखकर कोई सरकार से सवाल करे, इसलिए ये किसी को पढ़ने नहीं देना चाहते. एबीवीपी के मामले में देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में आंदोलन होना चाहिए. एबीवीपी का मतलब अखिल भारतीय वीडियो ऑफ़ पिटाई बन गया है. शैक्षणिक संस्थान बिना मान्यता के संस्थान चलाकर बच्चों का भविष्य ख़राब कर रहे हैं.
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि बीजेपी पहले इस्तेमाल करेगी, फिर बर्बाद करेगी. केतकी सिंह को अगर अपनी बेटी की चिंता है तो दूसरों की बेटी की भी चिंता करनी चाहिए. आप मुझपर टोंटी चोरी का आरोप लगाकर सीएम आवास को गंगाजल से धुलवायेंगे तो ये मैं भूल नहीं सकता. ये अवनीश अवस्थी और अभिषेक कौशिक का खेल था. हम टोंटी चोरी के आरोप भूल नहीं सकते, ये बात सरकार जान ले.
चुनाव आयोग को भी सुना गए सपा अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने ओम प्रकाश राजभर के घर पर एबीवीपी के प्रदर्शन पर कहा कि इसपर इसलिए नहीं बोलूंगा कि मेरे कहे को भी वो बेच लेंगे. मैं जन्माष्टमी से सरकार की उल्टी गिनती गिन रहा हूं. आज से कुल 493 दिन सरकार के पास बचे हैं. पंचायत चुनाव और विधानसभा में वोट चोरी ना हो, इसके लिए हमारा संगठन लगातार ज़मीन पर काम कर रहा है. वोट चोरी का उदाहरण देखना हो तो कुंदरकी को देखिए. कुंदरकी में 77 प्रतिशत वोट सत्ता पक्ष को कैसे मिल सकता है? चुनाव आयोग जुगाड़ आयोग बन गया है. चुनाव आयोग ही विपक्ष को धोखा दे तो हम क्या करें? चुनाव आयोग बीजेपी को ऐसा कोड दे देता है, जिससे उन्हें घर बैठे वोट कराने तक का अधिकार मिल जाता है. अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? चुनाव आयोग के एआई सर्वे पर अखिलेश यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत का एक वोट सरकार नहीं काट सकती. बीड़ी बनाने वाले करोड़ों मज़दूरों को सरकार को विशेष मदद करनी चाहिए. चुनाव को देखते हुए जीएसटी कम किया गया है. जीएसटी भले घट जाए लेकिन मुनाफ़ाखोरी कम नहीं होगी.