15 जून को मनाया जाएगा कैंची धाम स्थापना दिवस, देश-विदेश से आएंगे श्रद्धालु, श्रद्धालुओं को तीन दिन मिलेगा माल पुए का प्रसाद

विश्व विख्यात बाबा नीम करोली महाराज द्वारा नैनीताल जिले के भवाली में कैंची धाम मंदिर की स्थापना कराई गई थी. इस मंदिर का स्थापना दिवस हर साल 15 जून को मनाया जाता है, इस साल 61 वें स्थापना दिवस को लेकर मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां जोरों से की जा रही जा रहीं हैं. स्थापना दिवस के अवसर पर देश और विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में सुगमता हो सकें. इसलिए प्रशासन द्वारा 14 जून की सुबह 8 बजे से 15 जून की शाम सात बजे तक भवाली कैंची धाम मार्ग को डायवर्ट किया गया है.
नैनीताल एसपी सिटी डॉ जगदीश चंद्र ने बताया कि 14 जून की सुबह से 15 जून की शाम सात बजे भवाली कैंची धाम मार्ग पर वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है. काठगोदाम ज्योलिकोट से आने वाले वाहनों को भवाली रामगढ़ नथुवाखान होते हुए क्वारब तक भेजा गया है. जबकि हल्द्वानी से भीमताल आने वाले वाहनों को खुटानी धानाचूली होते हुए अल्मोड़ा के लिए रवाना किया जाएगा. इसके साथ साथ अल्मोड़ा से आने वाले वाहनों को क्वारब नथुवाखान रामगढ़ भवाली होते हुए हल्द्वानी भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि 14 जून से अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर बाकी अन्य सभी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित किया.
श्रद्धालुओं को तीन दिन मिलेगा माल पुए का प्रसाद
कैंची धाम मंदिर के स्थापना के अवसर पर मिलने वाला मालपुए का प्रसाद इस बार तीन दिन मिलेगा. एडीएम विवेक राय ने बताया कि हर साल मालापुए का प्रसाद स्थापना दिवस के अवसर पर 15 जून को श्रद्धालुओं को वितरित किया जाता है. लेकिन इस बार 16 और 17 जून को श्रद्धालुओं को मालापुए का प्रसाद मिलेगा. ताकि किसी भी श्रद्धालु को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो.
मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बनाया है प्लान
कैंची धाम मंदिर के स्थापना दिवस के दिन लगने वाले मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के मुख्य द्वार पर एसडीएम धारी और जिला पर्यटन अधिकारी को तैनात किया गया है. एडीएम विवेक राय ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार से उतने ही लोगों को अंदर भेजा जाएगा, जिसके लोग पीछे के द्वार से वापस आएंगे.