प्रयागराज में लड़की बनने की चाहत में युवक ने अपना प्राइवेट पार्ट काटा; IAS बनने का सपना

रिपोर्ट : विजय तिवारी
प्रयागराज से चौंकाने वाला मामला अमेठी का एक युवक, जिसे परिजनों ने IAS बनाने के सपनों के साथ प्रयागराज पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए भेजा था, उसने ऐसा कदम उठाया कि परिवार और डॉक्टर तक दंग रह गए। सिविल लाइंस क्षेत्र में किराए के कमरे में रह रहे UPSC स्टूडेंट ने लड़की बनने की चाहत में खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया।
युवक ने एक झोलाछाप चिकित्सक की सलाह पर दर्द निवारक इंजेक्शन लगाने के बाद खुद पर ही सेक्स चेंज ऑपरेशन करने की कोशिश की। लेकिन हालत बिगड़ने पर मकान मालिक ने तुरंत उसे बेली अस्पताल पहुँचाया, जहाँ से गंभीर स्थिति में स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
हाईस्कूल से जगी थी लड़की बनने की इच्छा
एसआरएन अस्पताल के डॉक्टर संतोष के अनुसार, युवक ने बताया कि हाईस्कूल से ही उसके मन में लड़की बनने की इच्छा थी। वह इंटरनेट पर लगातार सेक्स चेंज से जुड़ी जानकारियाँ देखता था और इसी दौरान झोलाछाप चिकित्सक के संपर्क में आया।
खुद किया ऑपरेशन, फिर तड़प उठा
युवक ने सुन्न करने वाला इंजेक्शन लगाकर खुद ही प्राइवेट पार्ट काट दिया और पट्टी भी की, लेकिन दर्द बढ़ने पर तड़पने लगा। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर मकान मालिक कमरे में पहुँचा और पूरा मामला देखकर सन्न रह गया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
अमेठी का रहने वाला यह युवक किसान का इकलौता बेटा है। परिजन कहते हैं, “IAS बनाने भेजा था, लेकिन सब कुछ बर्बाद हो गया।” अस्पताल में बेटे की हालत देखकर उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर का मामला
डॉ. संतोष का कहना है कि यह जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर का केस है, जिसमें व्यक्ति अपने जन्म से मिले शरीर से नफरत करने लगता है। वहीं, एसआरएन चौकी इंचार्ज आनंद सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है, लेकिन अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई है।