वाराणसी सेक्स-रैकेट मामले में बड़ा खुलासा - स्पा सेंटर और हाई-प्रोफाइल फ्लैट पर पुलिस का छापा, 9 युवतियाँ और 4 युवक गिरफ्तार, संचालन में कई स्तरों की भूमिका की आशंका

रिपोर्ट : विजय तिवारी
वाराणसी। शहर के पॉश इलाके सिगरा में मंगलवार देर शाम पुलिस ने एक संगठित सेक्स-रैकेट का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई उस समय की गई जब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG-2) और स्थानीय थाने की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि एक स्पा सेंटर और लग्जरी अपार्टमेंट में देह-व्यापार का कारोबार चल रहा है। सूचना की पुष्टि के लिए पुलिस ने पहले गुप्त निगरानी की, जिसके बाद टीम ने छापा मारा।
छापेमारी में 9 युवतियाँ और 4 युवक आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े गए। दोनों स्थानों को सील करते हुए पुलिस ने मोबाइल फोन, लैपटॉप, रजिस्टर, रसीद-बुक, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड, क्यूआर-कोड स्कैनर, और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। बरामद उपकरणों से यह संकेत मिलता है कि रैकेट बेहद संगठित तरीके से टेक-बेस्ड सिस्टम पर चलाया जा रहा था।
किराए पर लिए गए फ्लैट में चल रहा था हाई-प्रोफाइल नेटवर्क
छापा जिस फ्लैट पर मारा गया, वह शक्ति-शिखा अपार्टमेंट, फ्लैट नंबर-112, सिगरा बताया गया है। यह फ्लैट अरुण यादव के नाम पर पंजीकृत है।
अरुण यादव की पत्नी शालिनी यादव वाराणसी की जानी-मानी राजनीतिक हस्ती रही हैं — उन्होंने 2017 में कांग्रेस से मेयर चुनाव और 2019 में समाजवादी पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़कर चर्चा पैदा की थी, बाद में वे भाजपा में शामिल हुईं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि फ्लैट को किराए पर देकर तीसरे पक्ष द्वारा उपयोग में लिया जा रहा था, और वहीं से युवतियों को स्पा व निजी ग्राहकों तक भेजा जाता था।
ऑनलाइन माध्यम से ग्राहक जोड़ने की पुष्टि
पुलिस को मिले डिजिटल साक्ष्यों से यह स्पष्ट हुआ कि रैकेट का संचालन :
इंस्टाग्राम, फेसबुक और डेटिंग ऐप्स
व्हाट्सऐप ब्रॉडकास्ट लिस्ट एवं प्राइवेट ग्रुप
क्यूआर-कोड UPI पेमेंट
फर्जी नाम से रूम-बुकिंग :
जैसे तरीकों से किया जाता था। ग्राहकों को कोड-वर्ड भेजे जाते थे, और रेट-कार्ड ऑनलाइन संदेशों से तय होता था।
महिलाएँ बाहर के जिलों और राज्यों से लाई जाती थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार युवतियाँ पूर्वांचल और आस-पास के राज्यों से लाई गई थीं। पूछताछ में बताया गया कि कई युवतियों को नौकरी का लालच देकर स्पा-सेंटर में नियुक्त किया गया था और बाद में दबाव या लालच देकर इस रैकेट में धकेला गया।
कुछ मुख्य संचालक फरार — तलाश तेज
घटना के बाद पुलिस ने नेटवर्क के मुख्य संचालकों, एजेंटों और फंडिंग चैनलों की सूची तैयार कर ली है।
फिलहाल दो-तीन संदिग्धों के फरार होने की जानकारी है, जिनकी तलाश तेज कर दी गई है। कई टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
लगातार बढ़ती शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों में वाराणसी में स्पा और गेस्ट-हाउस की आड़ में अनैतिक देह-व्यापार की गतिविधियों के कई मामले सामने आए हैं। स्थानीय निवासियों ने पुलिस व प्रशासन को इस तरह की गतिविधियों की शिकायत दी थी, जिसके बाद यह सख्त कदम उठाया गया।
सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप -
घटना के बाद वाराणसी शहर में बड़ी चर्चा शुरू हो गई है। लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि पवित्र धार्मिक नगरी में ऐसी गतिविधियाँ कैसे फल-फूल रही हैं। प्रशासन ने संकेत दिया है कि आगे कई स्पा-सेंटर और होटलों की व्यापक जांच और लाइसेंस की समीक्षा की जाएगी।
अभी जांच जारी — कोर्ट प्रक्रिया आगे :
पुलिस गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है।
मोबाइल डेटा की फोरेंसिक जांच और बैंक-लेनदेन की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि पैसा कहाँ-कहाँ तक पहुँच रहा था।
अधिकारियों ने कहा —
“कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे व्यक्ति आम हो या प्रभावशाली — जांच निष्पक्ष होगी।”
यह मामला वाराणसी में एक संगठित और हाई-टेक सेक्स-रैकेट संचालित होने की गंभीर संभावना की ओर इशारा करता है। छापे में गिरफ्तार लोग सिर्फ पहला स्तर हैं — पूरा नेटवर्क उजागर होना अभी बाकी है। पुलिस आने वाले दिनों में बड़े खुलासों के संकेत दे रही है।




