बरेली हिंसा: तौकीर रजा और सहयोगियों पर सख्त कार्रवाई, 81 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार की नमाज़ के बाद हुए “I Love Muhammad” प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। पथराव और बवाल की स्थिति के बाद प्रशासन ने कठोर रुख अपनाते हुए मौलाना तौकीर रजा और उनके सहयोगियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
क्या हुआ था?
जुमे की नमाज़ के बाद बड़ी संख्या में लोग “I Love Muhammad” के समर्थन में सड़कों पर उतरे।
इस दौरान भीड़ ने नारेबाज़ी और पथराव किया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया।
पुलिस ने तुरंत बल प्रयोग करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया।
तौकीर रजा पर कार्रवाई
मौलाना तौकीर रजा को हिरासत में ले लिया गया है।
उनपर भीड़ भड़काने और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को संरक्षण देने का आरोप है।
गिरफ्तारियाँ और कार्रवाई
बरेली हिंसा में अब तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रशासन ने हिंसा से जुड़े कई आरोपियों की पहचान की है और चुन-चुनकर गिरफ्तार किया जा रहा है।
तौकीर रजा के करीबी सहयोगी डॉ. नफीस खान को गिरफ्तार किया गया है।
उनके दामाद मोहसिन रजा की संपत्तियों पर भी कार्रवाई की गई:
उनका गैराज गिराया गया।
एक रेज़ॉर्ट और मैरिज लॉन को सील कर दिया गया।
करीब 150 करोड़ रुपये की संपत्तियाँ जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
अन्य सहयोगियों पर भी कार्रवाई
प्रशासन ने तौकीर रजा के साथ जुड़े 8 अवैध निर्माण और संपत्तियों की पहचान की है।
सहयोगी फरहत और उसके परिवार पर भी कार्रवाई की तैयारी है।
फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
प्रशासन का सख्त संदेश
पुलिस-प्रशासन ने कहा है कि हिंसा भड़काने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।
अवैध संपत्तियों पर बुलडोज़र और सीलिंग की कार्रवाई जारी रहेगी।
जिला प्रशासन की निगरानी में आगे भी गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।
👉 कुल मिलाकर, बरेली हिंसा के बाद सरकार और प्रशासन ने मौलाना तौकीर रजा के सहयोगियों पर बड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब तक 81 गिरफ्तारियाँ, संपत्ति ज़ब्ती और बुलडोज़र कार्रवाई से माहौल बेहद सख्त हो गया है।