गंगा–यमुना एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे अंतिम चरण में, 74 किमी लंबी परियोजना से 56 गांवों को सीधा लाभ

रिपोर्ट : विजय तिवारी
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा।
उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क को एकीकृत और सशक्त बनाने की दिशा में गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला लिंक एक्सप्रेसवे अब निर्णायक चरण में पहुंच गया है। प्रशासनिक और तकनीकी तैयारियों के साथ-साथ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने से पश्चिमी, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच सड़क संपर्क और अधिक सुगम व तेज हो जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब 74.3 किलोमीटर लंबा यह लिंक एक्सप्रेसवे कुल 56 गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें गौतमबुद्ध नगर जिले के 8 और बुलंदशहर जिले के 48 गांव शामिल हैं। परियोजना से प्रभावित क्षेत्रों में कनेक्टिविटी, भूमि मूल्य और आर्थिक गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
परियोजना का स्वरूप और जिम्मेदारी
इस लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा किया जाएगा। यह मार्ग गंगा एक्सप्रेसवे के बुलंदशहर जिले के सियाना क्षेत्र से शुरू होकर यमुना एक्सप्रेसवे के सेक्टर-21 (फिल्म सिटी के पास) जाकर जुड़ेगा। परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में प्रस्तावित है।
भूमि अधिग्रहण और लागत
YEIDA क्षेत्र के 16 गांवों में लगभग 740 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जिस पर करीब 1200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। भूमि अधिग्रहण के लिए गांवों में सर्वे पूरा कर लिया गया है और जनवरी से जमीन खरीद की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। पूरी परियोजना की अनुमानित लागत करीब 4000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
एलिवेटेड रोड और सर्विस लेन
लिंक एक्सप्रेसवे का लगभग 20 किलोमीटर हिस्सा YEIDA क्षेत्र में प्रस्तावित है, जिसमें से करीब 9 किलोमीटर एलिवेटेड बनाया जाएगा। इसके साथ सर्विस रोड का भी निर्माण होगा, ताकि स्थानीय ग्रामीणों और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को दैनिक आवागमन में सुविधा मिल सके।
कनेक्टिविटी और आर्थिक लाभ
इस लिंक एक्सप्रेसवे के चालू होने से गंगा और यमुना एक्सप्रेसवे के बीच निर्बाध आवागमन संभव होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सीधी और तेज कनेक्टिविटी मिलेगी
मेरठ से प्रयागराज, आगरा से ग्रेटर नोएडा और आगे दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे तक यात्रा आसान होगी
लॉजिस्टिक्स, औद्योगिक निवेश, वेयरहाउसिंग और ट्रांसपोर्ट गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा
साथ ही, इसका सीधा जुड़ाव यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टर 28, 29, 32 और 33 से होगा, जिससे निवेश और रोजगार के नए अवसर सृजित होने की उम्मीद है।
प्रशासनिक पक्ष
YEIDA के अधिकारियों के अनुसार, परियोजना के लिए आवश्यक सर्वे पूरा किया जा चुका है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। लक्ष्य है कि निर्धारित समयसीमा में निर्माण कार्य पूरा कर लिंक एक्सप्रेसवे को यातायात के लिए खोल दिया जाए।
गंगा–यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला यह लिंक एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की एक रणनीतिक और परिवर्तनकारी परियोजना है। इसके पूरा होने से न केवल राज्य की कनेक्टिविटी को नई धार मिलेगी, बल्कि औद्योगिक विकास, निवेश और क्षेत्रीय संतुलन को भी मजबूत आधार प्राप्त होगा।




