आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार फिर चर्चा में, सख़्त फैसलों से पहचान बना रहे सख्त अफसर

रिपोर्ट - विजय तिवारी
आगरा : शहर की कानून-व्यवस्था को लेकर हाल ही में लिया गया पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार का बड़ा निर्णय सुर्खियों में है। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के मद्देनज़र उन्होंने धार्मिक आयोजन को अंतिम क्षणों में निरस्त कर दिया। इस कदम ने भले ही समर्थकों को आश्चर्य में डाल दिया हो, लेकिन प्रशासनिक सख़्ती और जनता की सुरक्षा को लेकर उनका रुख साफ़ झलकता है।
दीपक कुमार 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मूल रूप से बिहार के बेगूसराय निवासी कुमार ने बिना कोचिंग यूपीएससी परीक्षा पास की थी। दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पुलिस सेवा को अपने करियर का हिस्सा बनाया।
अप्रैल 2025 में आगरा के पुलिस कमिश्नर का कार्यभार संभालने के बाद से उन्होंने कई कड़े कदम उठाए। अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए कम समय में लगातार एनकाउंटर हुए और कई गिरोह बेनकाब किए गए। हाल ही में बड़े धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश भी उनकी टीम की उपलब्धियों में शामिल है।
दीपक कुमार अपनी सख्त कार्यशैली और त्वरित निर्णय लेने के अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं। यही कारण है कि आगरा की पुलिसिंग को लेकर अब आम नागरिक और सोशल मीडिया पर लोग उन्हें एक "कड़क पुलिस अफसर" की संज्ञा देने लगे हैं।