भदोही जिले को मिली नई सौगात : चार नई बस सेवाओं की शुरुआत

रिपोर्ट – विजय तिवारी
भदोही जनपदवासियों के लिए यह एक बड़ी सौगात है। परिवहन निगम ने जिले में यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए चार नई बस सेवाएँ शुरू की हैं। ये बसें वाराणसी से संचालित होकर औराई होते हुए ग्रामीण व धार्मिक क्षेत्रों तक जाएँगी।
नई बस सेवाओं का विवरण
वाराणसी-औराई-धनतुलसी-कोनिया कटरा (सीता समाहित स्थल)
वाराणसी-औराई-सेमराधनाथ धाम
वाराणसी-औराई-दुर्गागंज
वाराणसी-औराई-अकोढ़ा-रोही
इन रूटों से यात्रियों को पहली बार सीधी सरकारी बस सेवाएँ उपलब्ध होंगी। धनतुलसी का सीता समाहित स्थल और सेमराधनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थानों तक अब श्रद्धालुओं की यात्रा सरल व सुरक्षित हो सकेगी।
उद्घाटन व कार्यक्रम
औराई बस स्टेशन से सेवाओं का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर सांसद डॉ. विनोद बिंद, औराई विधायक दीनानाथ भास्कर, ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी तथा परिवहन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सभी जनप्रतिनिधियों ने इसे जनपद की जनता के लिए ऐतिहासिक दिन बताया।
औराई बस स्टेशन की विशेषता
लगभग 3 एकड़ क्षेत्र में फैला औराई बस स्टेशन अब जिले का प्रमुख परिवहन केंद्र बन रहा है। यहाँ प्रतीक्षालय, शौचालय, टिकट काउंटर और बसों के लिए पर्याप्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। पहले यहाँ मुख्य रूप से प्रयागराज से आने वाली बसें रुकती थीं, परंतु अब वाराणसी, जौनपुर और मिर्जापुर की ओर जाने वाली बसें भी इसी स्टेशन से संचालित होंगी।
यात्रियों को सीधा लाभ
भदोही, ज्ञानपुर और आसपास के यात्रियों को अब वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, मथुरा और इटावा जैसे बड़े शहरों के लिए आसान और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक हर 30 मिनट पर बस सेवाएँ वाराणसी ↔ प्रयागराज, भदोही ↔ वाराणसी/लखनऊ और ज्ञानपुर ↔ वाराणसी/प्रयागराज मार्ग पर उपलब्ध रहेंगी।
निजी और डग्गामार वाहनों पर निर्भरता घटेगी और यात्रियों को सस्ती, सुरक्षित और नियमित यात्रा का विकल्प मिलेगा।
भविष्य की योजना
जिला प्रशासन ने भदोही में स्थायी परिवहन निगम डिपो स्थापित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसके बनने पर भदोही से सीधे अन्य जिलों और राज्यों के लिए भी नियमित बस सेवाएँ शुरू हो सकेंगी।
व्यापक असर
नई बस सेवाओं से न केवल स्थानीय यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। भदोही का ग्रामीण अंचल अब सीधे राजकीय परिवहन तंत्र से जुड़ गया है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था, व्यापार और रोजगार को भी नया आयाम मिलेगा।