एसएसपी इटावा संजय वर्मा का ऐतिहासिक कार्य, 50 साल पुराना विवाद सुलझाया
खत्म हुआ दोनों पक्षों का तनाव, आपस में मिले गले और खिलाई मिठाई
(सुघर सिंह सैफई)
इटावा । जनमानस का कहना है कि अगर पुलिस समस्या का निस्तारण करने की ठान ले तो निस्तारण निश्चित है इकदिल कस्बे में मंदिर व मजार की जमीन को लेकर दो समुदायों में 50 साल से विवाद चल रहा था जब इटावा के एसएसपी संजय कुमार वर्मा को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इस विवाद का निस्तारण करने की ठान ली। और जिलाधिकारी अवनीश राय से विचार विमर्श करके विवाद को सुलझाने का संकल्प लिया। और एडीएम इटावा, एसपी सिटी इटावा, सीओ सिटी अमित कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक इकदिल विक्रम सिंह चौहान को इस मामले को समझने और सुलझाने के आदेशित किया गया और पुलिस व प्रशासन के सहयोग से 50 साल पुराना विवाद सुलझ गया। दोनों पक्षों के लोग आपस में मले मिले और एक दूसरे का मुंह मीठा कराया।
बता दें कि कस्बे में दो समुदायों के बीच जमीन संबंधी विवाद की वजह से तनाव चला आ रहा था। गुरुवार को थाने में इस मामले को लेकर एक बैठक की गई। इसमें दोनों पक्षों के लोगों को बुलाया गया। विवाद सुलझाने के लिए डीएम अवनीश राय और एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर एडीएम अभिनव रंजन श्रीवास्तव, एसपी अभयनाथ त्रिपाठी बैठक में पहुंचे। गाजी खां बाबा की मजार के बराबर से शिवलिंग के चबूतरे से रास्ते की मांग को लेकर विवाद चल रहा था। हिंदू पक्ष से उमेश शुक्ला, उमेश चंद्र मिश्रा और वीरेंद्र सिंह राणा ने कोर्ट में दावा किया था। मुस्लिम पक्ष से मोहम्मद युनुस वक्फ शाही मस्जिद, इकरार अहमद व शाहबुद्दीन हैं। दोनों को समझाकर शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए। इसमें गवाह राम सेवक चौधरी और एडवोकेट मोहम्मद असर को बनाया गया। इसके बाद मोहम्मद युनुस अंसारी और उमेश शुक्ला ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर और गले मिलकर सभी गिले शिकवे खत्म किए आपसी सौहार्द दिखाकर दोनों पक्षों ने कस्बा में एक समाज की भावना को भी कायम करने का काम किया है। अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्षों के लोग आपस में मिलकर समाज में एक अच्छा संदेश दिया है। इस दौरान एसडीएम विक्रम राघव, सीओ सिटी अमित कुमार, प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह चौहान मौजूद रहे।