काकोरी के अमर शहीदों की स्मृति में 37वीं साइकिल यात्रा श्रद्धा और संकल्प के साथ संपन्न

विभिन्न स्थलों पर नुक्कड़ नाटक व जन गीतों की प्रभावी प्रस्तुतियां, इतिहासकार रवि भट्ट ने दिखाई हरी झंडी
सुभाष चौक निकट हनुमान सेतु से प्रारंभ होकर शहीद स्मारक, काकोरी तक निकली यात्रा
लखनऊ,19 दिसम्बर। काकोरी ट्रेन एक्शन के अमर शहीदों की स्मृति में उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद की 37वीं साइकिल यात्रा इस वर्ष भी 19 दिसंबर को पूरे उत्साह, अनुशासन और देशभक्ति के वातावरण में निकाली गई। शुक्रवार को यह भव्य यात्रा नेताजी सुभाष चौक से प्रारंभ होकर शहीद स्मारक, काकोरी तक पहुंची। यात्रा को प्रख्यात इतिहासकार रवि भट्ट ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बड़ी संख्या में युवाओं, कलाकारों, पत्रकारों और नागरिकों ने इसमें भाग लेकर काकोरी के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद के प्रमुख एवं वरिष्ठ नाट्यकर्मी अनिल मिश्र गुरुजी’श तथा संस्था के सचिव एवं वरिष्ठ पत्रकार अशोक सिंह ने इतिहासकार रवि भट्ट को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। अनिल मिश्र ‘गुरुजी’ ने कहा कि हम काकोरी कांड के सौ वर्ष पूरे होने का साक्षी बन चुके हैं। यह कांड ब्रिटिश काल में अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला देने वाली घटना थी। उन्होंने कहा कि काकोरी के नौजवान क्रांतिवीरों ने अंग्रेजों का खजाना लूटकर केवल एक दुस्साहसिक कार्रवाई ही नहीं की, बल्कि उन्होंने आने वाले समय में स्वतंत्र भारत का मार्ग भी प्रशस्त किया। यह घटना आज भी युवाओं को साहस, संगठन और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा देती है।
इतिहासकार रवि भट्ट ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन अंग्रेजी सत्ता के सबसे मजबूत तंत्र को सीधी चुनौती देने वाली ऐतिहासिक घटना थी। इसने यह सिद्ध कर दिया कि भारतीय क्रांतिकारी संगठित प्रयासों के माध्यम से साम्राज्यवादी शासन को हिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन इतिहास में उस निर्णायक मोड़ के रूप में दर्ज है, जहां से क्रांतिकारी आंदोलन ने सीमित दायरे से निकलकर जनआंदोलन का स्वरूप ग्रहण किया और आम जनता इससे जुड़ने लगी।
यात्रा के दौरान कैसरबाग बस अड्डा, खुनखुन जी कोठी चौराहा चौक, बालागंज, ठाकुरगंज और दुबग्गा सहित कई प्रमुख स्थानों पर हुए नुक्कड़ नाटकों के दौरान नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी। जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा और तालियों के साथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
यात्रा के दौरान पत्रकार राकेश राय, अशोक सिंह, रंगकर्मी सोनल ठाकुर, राजवीर रतन सहित अन्य विद्वानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थलों पर नागरिकों को संबोधित कर काकोरी के शहीदों के बलिदान को स्मरण कराया। साइकिल यात्रा में उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद की सांस्कृतिक इकाई अमुक आर्टिस्ट ग्रुप के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक “हम क्रांति करेंगे” की सशक्त और प्रभावी प्रस्तुतियां दीं। नाटक का लेखन एवं निर्देशन संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित नाटककार अनिल मिश्र ‘गुरुजी’ ने किया। नाटक से पहले प्रस्तुत किए गए जनगीतों ने वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।
नुक्कड़ नाटक में रामचरन, अनामिका सिंह, पूनम विश्वकर्मा, शशांक पांडे, दानिश अली और राहुल प्रताप सिंह ने भावपूर्ण और प्रभावशाली अभिनय किया। संगीत की जिम्मेदारी प्रेम गौड़ एवं संतोष शर्मा ने संभाली। यात्रा के दौरान कलाकार विभिन्न स्थलों पर नाटक और जनगीत प्रस्तुत करते हुए शाम को काकोरी के बाज नगर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे, जहां सभी प्रतिभागियों ने अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शहीद स्मारक पहुंचते ही साइकिल यात्रा एक भावपूर्ण सभा में परिवर्तित हो गई। यहां गीतों, कविताओं और वक्तव्यों के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन के अमर शहीदों को नमन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ संरक्षक केके शुक्ल, रंगकर्मी सोनल ठाकुर, राजेन्द्र सोनकर, अर्चना जैन, रीता सिंह, राकेश वर्मा, शायर अरविन्द असर, कंवलजीत, अभय शुक्ल, नागपाल, शिवकुमार यादव, कृष्णानंद राय, अशोक सिंह, राकेश राय, वरिष्ठ कला समीक्षक राजवीर रतन, जनसेवक राजा भाई, अभिषेक, अभिनीत, श्रीपाल गौड़, विकास गुप्ता सहित अनेक कलाकार और संस्कृतिकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने सभी को शहीदों के सपनों का भारत बनाने के संकल्प के साथ लौटने की प्रेरणा दी।




