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उत्तर प्रदेश

वाराणसी में बिजली कर्मियों की हड़ताल से 36 घंटे के लिए अंधेरे में डूबे दर्जनों गांव

वाराणसी में बिजली कर्मियों की हड़ताल से 36 घंटे के लिए अंधेरे में डूबे दर्जनों गांव
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वाराणसी : बिजली कर्मियों की 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल के दूसरे दिन शनिवार को बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। कई गांव-मोहल्लों में 36-40 घंटे से बिजली गुल होने के कारण अभी लोग नहाने-खाने तक के पानी के लिए परेशान रहे।

लोगों ने कई जगहों पर किया धरना प्रदर्शन

अभी प्रशासन उन्हें ही राहत देने का कोई इंतजाम नहीं कर पाया था कि शाम को तेज हवाओं के साथ बरसात ने रही-सही कसर पूरी कर दी। गांव हों या शहर पूरी तरह अंधेरे में डूब गए। इससे लोगों की उम्मीदें जाती रहीं। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। उफनाए लोगों ने सड़कों पर उतर कर आक्रोश जताया। कई जगहों पर धरना प्रदर्शन किए गए। दो दिनों से ठप बिजली आपूर्ति चालू कराने में पूर्वांचल-डिस्काम पूरी तरह पंगु नजर आया।

बारिश और आंधी के कारण बंद रहे कई फीडर

सभी क्षेत्रों में नलकूप, आरओ प्लांट, बंद तो इन्वर्टर फेल हो गए। देर रात तक जिले में 86 उपकेंद्रों में 24 और 424 फीडरों में 180 से आपूर्ति ठप रही। पूर्वांचल-डिस्काम के पोर्टल पर शाम तक 901 फीडरों से बिजली आपूर्ति ठप दिखी। इससे गांव से शहर तक हाहाकार की स्थिति रही। बारिश और आंधी में चालू मैदागिन, मछोदरी, टाउनहाल के सभी फीडर बंद हो गए।

नहीं चालू हो सके फीडर

आइडब्ल्यूएच कालोनी व कज्जाकपुरा में समस्या और विकराल हो गई। देर रात तक इन्हें चालू करवाने की कोशिश चलती रही। कैंट, अर्दली बाजार के सभी फीडर, सांस्कृतिक संकुल का एक फीडर चालू होने के बाद बंद होने की सूचना मिली। पन्नालाल पार्क का एक फीडर और दौलतपुर के तीन फीडर बंद मिले। अर्दली बाजार का फीडर बंद रहा।

दर्जनों गांवों में छाया रहा अंधेरा

विश्वनाथ धाम से सटे चौक क्षेत्र के रानी कुआं, कचौरी गली, ठठेरी बाजार जैसे क्षेत्र में बिजली न आने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चिरईगांव फीडर प्रथम और द्वितीय के बंद होने से सैकड़ों गांव अंधेरे में रहे। उगापुर विद्युत उपकेंद्र बंद होने से चौबेपुर बाजार, धौरहरा, कैथी, टेकुरी आदि क्षेत्रों में अंधेरा छाया रहा। गरथौली विद्युत उपकेंद्र के दो फीडर व रौना कला उपकेंद्र के दो फीडर मुनारी, हड़ियाडीह सहित दर्जनों गांवों में अंधेरा छाया रहा। अनेई फीडर भी शुक्रवार से ही बंद है।

बर्खास्तगी वापस नहीं हुई तो अनिश्चित कालीन हड़ताल

संघर्ष समिति संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल है। रविवार रात 10 बजे काम पर शांति पूर्वक चले जाएंगे लेकिन हमारे किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न या गिरफ्तार की गई तो हड़ताल अनिश्चितकालीन में बदल जाएगी। सामूहिक जेल भरो आंदोलन प्रारंभ होगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रबंधन की होगी।

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की छह कार्यदायी संस्थाओं ने शनिवार शाम तक 17 खंडों के 1225 संविदाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें वाराणसी के 372 संविदाकर्मी भी शामिल हैं। बलिया के 58 व मऊ के 16, चंदौली के 25 व जौनपुर के 15 संविदाकर्मी भी हैं।

विद्युत वितरण कंपनी के लिए निकलना पड़ा विज्ञापन

बिजली संकट बेकाबू होने ही विद्युत वितरण कंपनी के लिए पूरे प्रदेश के लिए सब स्टेशन आपरेटर एवं लाइन मैन पद पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालना पड़ गया। इसके साथ ही अकुशल श्रमिक पद के लिए प्रबंधन द्वारा विज्ञापन जारी किया गया। इसमें योग्यता के साथ मोबाइल नंबर और ईमेल की भी जानकारी दी गई है।

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