दिवाली पर स्वदेशी सामानों की बंपर बिक्री, पिछले साल से 25% बढ़ा कारोबार

नई दिल्ली। इस बार दिवाली पर देशभर में स्वदेशी उत्पादों की जोरदार बिक्री देखने को मिली। उपभोक्ताओं ने चीनी सामानों को छोड़कर भारतीय निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता दी।
व्यापारिक संगठनों के मुताबिक, इस वर्ष दिवाली पर 5.40 लाख करोड़ रुपये के सामानों और 65,000 करोड़ रुपये की सेवाओं का कारोबार हुआ। यह पिछले साल की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
स्वदेशी की ओर झुका बाजार
देश के प्रमुख व्यापारिक संगठन कैट (CAIT) ने बताया कि इस बार बाजारों में भारतीय उत्पादों की मांग में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। त्योहारों के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स, सजावटी वस्तुओं, कपड़ों और मिठाइयों की बिक्री में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई।
विशेषज्ञों की राय
व्यापार विशेषज्ञ डॉ. अरुण मिश्रा का कहना है,
“दिवाली की इस बंपर बिक्री ने साबित कर दिया है कि भारत का उपभोक्ता अब आत्मनिर्भर भारत के विज़न को समझ रहा है। स्थानीय उद्योगों और MSME सेक्टर के लिए यह बहुत सकारात्मक संकेत है।”
ग्राहकों की भावना
दिल्ली के उपभोक्ता सुमन शर्मा ने कहा,
“हमने इस बार पूरा घर भारतीय सजावटी सामान से सजाया। स्वदेशी उत्पाद न सिर्फ अच्छे हैं, बल्कि गुणवत्ता में भी किसी से कम नहीं।”
इसी तरह जयपुर के व्यापारी राकेश जैन ने बताया कि,
“इस बार ग्राहकों ने खासतौर पर ‘मेड इन इंडिया’ टैग वाले उत्पाद ही मांगे। इससे हमारे जैसे छोटे व्यापारियों का आत्मविश्वास बढ़ा है।”
अर्थव्यवस्था को मिला बल
विश्लेषकों का मानना है कि यह रुझान भारत की आर्थिक मजबूती और स्वदेशी भावना के पुनर्जागरण का संकेत है। दिवाली पर हुई यह ऐतिहासिक बिक्री “वोकल फॉर लोकल” अभियान को नई गति प्रदान करेगी।