आधार ऑथेंटिकेशन अगस्त 2025: 221 करोड़ ट्रांजैक्शन, Face ID का रिकॉर्ड तोड़ उछाल

नई दिल्ली। भारत की डिजिटल पहचान प्रणाली आधार (Aadhaar) ने अगस्त 2025 में नया इतिहास रच दिया।भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, केवल अगस्त माह में ही 221 करोड़ से अधिक ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन्स पूरे हुए। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में लगभग 10% अधिक है, जो देश में डिजिटल सेवाओं की बढ़ती स्वीकार्यता का बड़ा संकेत है।
Face ID बना सबसे बड़ा गेम-चेंजर
आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन (Face ID) ने लोकप्रियता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अगस्त में अकेले 18.6 करोड़ फेस आईडी ट्रांजैक्शन हुए, जबकि पिछले साल अगस्त में यह संख्या सिर्फ 6.04 करोड़ थी। यानी एक साल में फेस ऑथेंटिकेशन तीन गुना से ज्यादा बढ़ा।
1 सितंबर 2025 को UIDAI ने एक ही दिन में 1.5 करोड़ से अधिक फेस ऑथेंटिकेशन कर नया कीर्तिमान बनाया।
e-KYC में भी तेजी
डिजिटल लेन-देन और पहचान सत्यापन को और आसान बनाने के लिए e-KYC प्रक्रिया का खूब इस्तेमाल हुआ।
अगस्त में 38.53 करोड़ e-KYC ट्रांजैक्शन पूरे हुए। इसका फायदा खासतौर पर बैंकों, टेलीकॉम कंपनियों और NBFC सेक्टर को मिल रहा है, जहां तेज़ और सुरक्षित पहचान सत्यापन की आवश्यकता होती है।
सरकारी और निजी संस्थाओं का भरोसा
आज 150 से ज्यादा सरकारी और निजी संस्थान आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रहे हैं। इसमें मंत्रालय, बैंकिंग और वित्तीय संस्थान, टेलीकॉम सेक्टर, पेट्रोलियम कंपनियां और अन्य सेवा प्रदाता शामिल हैं।
इससे न केवल सेवाएं तेज़ और सुरक्षित हो रही हैं बल्कि लाभार्थियों तक योजनाओं का सीधा और पारदर्शी लाभ भी पहुंच रहा है।
डिजिटल इंडिया की बड़ी उपलब्धि
221 करोड़ ट्रांजैक्शन का यह आंकड़ा बताता है कि भारत की जनता डिजिटल पहचान पर भरोसा कर रही है और तकनीक को अपनाने में पीछे नहीं है।
फेस आईडी के बढ़ते इस्तेमाल ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले समय में कॉन्टैक्टलेस ऑथेंटिकेशन देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनेगा।