चंदौली:पूर्व प्रधान 20 लाख रुपए कर्ज देकर फंसे मुश्किल में, कर्जदार की मौत के बाद परिजनों ने किया रकम लौटाने से इनकार, एसडीम और पुलिस से लगाई न्याय की गुहार...

ओ पी श्रीवास्तव,चंदौली
चंदौली: खबर जनपद चंदौली से है जहां ईमानदारी और विश्वास के रिश्ते को ठेस पहुंचाने वाली एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बता दें कि सदर ब्लॉक के बिछिया गांव निवासी पूर्व प्रधान संजय सिंह ने अपने भाई दीपक कुमार सिंह द्वारा कचहरी में कार्यरत चपरासी जितेंद्र मोहन को 10 - 10 लाख रुपए का चेक ( स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) का देकर बुरे फंसे हैं। भुगतान होने के पश्चात जितेंद्र मोहन द्वारा रकम वापस करने का विश्वास दिलाया गया था, साथ ही गवाह के सामने अपने परिजनों के समक्ष भी इस बात की तकसीद कराई थी, लेकिन एक हादसे में जितेन्द्र की मौत के बाद परिजनों के मन में लालच समा गया और उन्होंने रकम वापस लौटाने से इनकार करते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी तक दे डाली है। पीड़ित पूर्व प्रधान ने एसडीम और पुलिस के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है।
बता दें कि पूर्व प्रधान संजय सिंह ने मीडिया के समक्ष बयान देते हुए बताया है कि उनके पारिवारिक संबंध कचहरी में कार्यरत जितेंद्र मोहन निवासी फत्तेपुर कला परगना मझवार जिला चंदौली से थे। बिटिया की शादी और घर बनवाने के लिए उन्हें आर्थिक मदद की दरकार थी। उनके भरोसे और विश्वास पर भाई दीपक के जरिए 10 - 10 लाख के चेक के माध्यम से उन्हें कुल 20 लाख की रकम दी गई। उन्होंने विश्वास दिलाया था कि तय समय सीमा के अंदर रकम लौटा देंगे। इस बात का कबूलनामा उन्होंने अपने परिवारजनों के समक्ष गवाह की उपस्थिति में की थी। लेकिन कुछ समय पश्चात एक हादसे में उनकी मृत्यु हो गई। घरवालों ने कुछ समय तो रकम वापस करने की बात कही, लेकिन अब उनकी बिटिया मीनू जो कि पिता के मृतक आश्रित के तौर कचहरी में कार्यरत है, उसने रकम वापस करने से इनकार करते हुए झूठे केस में फंसा देने की धमकी तक दे डाली है।
स्थिति से परेशान होकर पूर्व प्रधान ने मामले की शिकायत एसडीम सदर के समक्ष की है और स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी निष्पक्ष जांच एवं न्याय की गुहार लगाई है।पूर्व प्रधान का कहना है कि यदि समय पर न्याय नहीं मिला तो वह उच्चाधिकारियों से मिलकर उचित कानूनी कार्रवाई करने को मजबूर होंगे।