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उत्तर प्रदेश

वाराणसी में बच्‍ची के गले को जकड़कर घसीटता रहा कुत्‍ता, लगे 18 टांके तो मुश्‍क‍िल से बची जान

वाराणसी में बच्‍ची के गले को जकड़कर घसीटता रहा कुत्‍ता, लगे 18 टांके तो मुश्‍क‍िल से बची जान
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(चौबेपुर) वाराणसी। कुत्‍तों का आतंक शहर से लेकर गांव तक बरकरार है। इसी कड़ी में रामपुर चंद्रावती गांव में आवारा कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया क‍ि जबड़े में बच्‍ची को दबोचकर वह ले जाने लगा। बच्ची पर जानलेवा हमला होने से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।

क्षेत्र के रामपुर चंद्रावती गांव में आवारा कुत्तों का आतंक ग्रामीणों के लिए जान का खतरा बनता जा रहा है। बुधवार को गांव की एक मासूम बच्ची पर आवारा कुत्ते ने ऐसा हमला किया कि पूरे गांव में दहशत का माहौल फैल गया। जानकारी के अनुसार, सोनम (पुत्री सुभाष कनौजिया) घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान अचानक एक आवारा कुत्ता उस पर टूट पड़ा और गले को जकड़कर जमीन पर घसीटता रहा। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर उसका भाई दौड़ा और शोर मचाया। तब जाकर ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हुए और किसी तरह कुत्ते को मारकर सोनम को उसके चंगुल से छुड़ाया।

हमले में सोनम गंभीर रूप से घायल हो गई। आनन-फानन में परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतपुर लेकर पहुंचे, जहां से डाक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि बच्ची के शरीर पर गहरे जख्म हैं और उसे 18 टांके लगाने पड़े हैं। साथ ही 15 दिन तक लगातार रेबीज का इंजेक्शन लगाने की सलाह दी गई है।

वर्तमान में बच्ची का इलाज डाक्टरों की निगरानी में चल रहा है। सोनम के पिता सुभाष कनौजिया ने बताया कि आवारा कुत्ते के काटने से सिर्फ उनकी बेटी ही नहीं बल्कि अब तक गांव के करीब 14 लोग घायल हो चुके हैं। इसमें गांव का दूधिया भी शामिल है। लगातार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीण भयभीत हैं और प्रशासन से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर आवारा कुत्तों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है।

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