मारुति सुजुकी का बड़ा ऐलान : कारों की कीमतों में 1.29 लाख रुपये तक की भारी कटौती, 22 सितंबर से लागू होंगी नई दरें

रिपोर्ट : विजय तिवारी
नई दिल्ली। देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने गुरुवार को ग्राहकों को बड़ा तोहफ़ा देते हुए अपनी कारों की कीमतों में ऐतिहासिक कटौती का ऐलान किया है। कंपनी ने बताया कि ऑल्टो, वैगनआर, इग्निस, सेलेरियो, डिज़ायर और ब्रीजा जैसे लोकप्रिय मॉडलों पर कीमत में ₹46,400 से लेकर ₹1.29 लाख रुपये तक की भारी कमी की गई है। नई कीमतें आगामी 22 सितंबर से पूरे देश में प्रभावी होंगी।
ग्राहकों तक सीधे पहुंचेगा जीएसटी सुधारों का लाभ
मारुति सुजुकी ने अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया है कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) सुधारों के चलते उत्पादन लागत में उल्लेखनीय कमी आई है। कंपनी ने इस लाभ को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।
कंपनी ने कहा – “हमारे लिए ग्राहक हमेशा सर्वोपरि हैं। टैक्स सुधारों से जो राहत मिली है, उसे हम पूरी पारदर्शिता के साथ उपभोक्ताओं तक पहुंचा रहे हैं, ताकि उन्हें किफायती दरों पर विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण वाहन मिल सकें।”
त्योहारी सीज़न से पहले बड़ी राहत
ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनी का यह कदम त्योहारी सीज़न की बिक्री को नई ऊंचाई देगा। खासकर पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहक और बजट-फ्रेंडली वाहन तलाश रहे परिवार इस कटौती से सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे।
किन मॉडलों पर कितना फायदा?
ऑल्टो और वैगनआर जैसे एंट्री-लेवल हैचबैक मॉडलों पर भी महत्वपूर्ण कटौती की गई है।
इग्निस, सेलेरियो और डिज़ायर जैसे मिड-सेगमेंट मॉडल्स में भी कीमतें आकर्षक स्तर तक घटी हैं।
वहीं, ब्रीजा और अन्य कॉम्पैक्ट SUV श्रेणी के वाहनों में ग्राहकों को अधिकतम ₹1.29 लाख तक की राहत मिलेगी।
ग्राहकों और बाजार पर असर
लगातार बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीज़ल के दामों में उतार-चढ़ाव के बीच मारुति का यह फैसला ग्राहकों के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। वहीं, ऑटोमोबाइल बाजार को इससे नई गति मिलने की संभावना जताई जा रही है।
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कुल मिलाकर, मारुति सुजुकी का यह कदम न केवल ग्राहकों को किफायती विकल्प देगा बल्कि ऑटो इंडस्ट्री में नई प्रतिस्पर्धा भी पैदा करेगा।
22 सितंबर से नई कीमतों के लागू होने के बाद, कंपनी के शोरूम्स पर बुकिंग्स और ग्राहक भीड़ में इज़ाफा तय माना जा रहा है।