जम्मू के डोडा में किश्तवाड़-धराली जैसी तबाही, पहाड़ों से आए सैलाब में 10 घर बहे, 4 लोगों की मौत

जम्मू-कश्मीर में लगातार भारी बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश के बीच मंगलवार सुबह डोडा में बादल फटने की घटना सामने आई है। डोडा में बदल फटने से तबाही मच गई है। बादल फटने के बाद मची तबाही से अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है और 15 घरों को नुकसान हुआ है। इलाके में बचाव अभियान चलाया जा रहा है। डोडा के डीसी हरविंदर सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
बचाव अभियान की बढ़ी चुनौतियां
डीसी हरविंदर सिंह ने बताया कि, बादल फटने से जो इलाके प्रभावित हुए हैं उनमे सड़क मार्ग नहीं है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने के लिए बचाव दल को 40–50 मिनट का पैदल सफर करना पड़ रहा है, जिससे बचाव अभियान की चुनौतियां और बढ़ गई हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन से लगातार बारिश जारी है, बीती रात बहुत बारिश हुई। दो जगह चारवा और मरम्मत में बादल फटा। तीन फुट ब्रिज डैमेज हुआ है. चिनाब नदी खतरे से ऊपर है।
डोडा के कमिश्नर ने एक्स पर कहा कि लगातार बारिश, भूस्खलन और पत्थरों के गिरने के कारण जंगलगवार नाले पर एनएच-244 (डोडा–किश्तवाड़) पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है, क्योंकि सड़क का एक हिस्सा बह गया है। लोगों से अपील है कि बहाली तक यात्रा से बचें। इस बीच सीएम उमर अब्दुल्ला ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि हालात गंभीर है, खुद नजर बनाए हुए हैं।