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उत्तर प्रदेश

डिजीटल युग में परम्परागत मीडिया का ग्लैमर बना रहेगाः डाॅ0 शहयाज

डिजीटल युग में परम्परागत मीडिया का ग्लैमर बना रहेगाः डाॅ0 शहयाज
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डिजीटल युग में कंटेंट किंग हैः डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी

डिजीटल मीडिया में रोजगार की असीम संभावनाएं

पत्रकारिता विभाग में 'डिजीटल युग एवं पत्रकारिता' विषय पर व्याख्यान का आयोजन

अयोध्या। डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में 'डिजीटल युग एवं पत्रकारिता' विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता आईसीएन अन्तरराष्ट्रीय मीडिया ग्रुप लखनऊ के प्रधान संपादक डाॅ0 शहयाज सिद्दीकी ने कहा कि इस डिजीटल युग में परम्परागत मीडिया का ग्लैमर बना रहेगा। इसमें कंटेट की विश्वसनीयता ज्यादा होती है। मीडिया के विद्यार्थियों को प्रतिदिन हिन्दी व अंग्रेजी के समाचार-पत्र व पत्रिकाओं को नियमित पढ़ना चाहिए। कार्यक्रम में डाॅ0 सिद्दीकी ने कहा कि इस डिजीटल युग में पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां है। उन चुनौतियों से निपटने के लिए पत्रकारों को तकनीकी रूप से दक्ष होने की जरूरत है। वर्तमान में समाचार-पत्रों के प्रसार में कमी देखी जा रही है। क्योंकि पाठक अखबार को सहेजना नही चाहता है। इसके लिए आॅनलाइन संस्करण देखना चाहता है, जो उसके पहॅुच में है। कार्यक्रम में डाॅ0 शहयाज ने कहा कि डिजीटल मीडिया में कम्यूनिकेशन स्किल का बड़ा महत्व है। इसके लिए विद्यार्थियों को पुस्तकों का अध्ययन करते हुए अपनी बौद्धिक क्षमता को विकसित करना होगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमसीजे समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान डिजीटल युग में कंटेंट किंग है। इसमें महारत हासिल करने के लिए विद्यार्थियों को अधिक परिश्रम के साथ अपने विचारों को रखना होगा। डिजीटल मीडिया में विद्यार्थियों के लिए रोजगार की काफी संभावना है। इसके लिए विद्यार्थियों को स्किल्स के साथ कंटेट की समक्ष विकसित करना होगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि आईसीएन अन्तरराष्ट्रीय मीडिया ग्रुप की संपादक कौशर खान ने छात्रों को बताया कि डिजीटल मीडिया में आने के लिए तकनीकी विशेषज्ञता हासिल करनी होगी। इस प्लेटफार्म में टेक्स्ट के साथ आॅडियो व वीडियो की समक्ष रखनी होगी। कार्यक्रम में आईसीएन के उपसंपादक सिद्धार्थ अमन रस्तोगी ने मीडिया के विद्यार्थियों से कहा कि पढ़ाई के दौरान कभी भी अंकों के पीछे नही भागना चाहिए। तनावमुक्त होकर कंटेंट की समझ रखते हुए लिखने का अभ्यास करते रहना चाहिए। डिजीटल मीडिया में कंटेंट राइटर की काफी मांग है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा द्वारा किया गया। इस अवसर पर डाॅ0 राज नारायण पाण्डेय, दीपांशु यादव, शिवानी पाण्डेय, चन्द्रशेखर सोनी, तन्या सिंह, स्वाति सिंह, रोशनी कुमारी, रिसाली गोस्वामी, शरद यादव, दीनकर मिश्रा, सर्वेश द्विवेदी, सुधांशु शुक्ला, हरिकृष्ण अरोड़ा, सौरभ मिश्र, अनमोल उपाध्याय, अभिषेक पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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