मैं तो बीवी का नंबर भी भूल गया... अखिलेश के सवाल पर छलक गया दर्द-ए-आजम

रामपुर:
: मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी की स्थापना में शामिल रहे कद्दावर मुस्लिम नेता आजम खान लंबे समय बाद सीतापुर जेल से रिहा हो चुके हैं. जेल से बाहर आने के बाद आजम खान लगातार सुर्खियों में हैं. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने मुकदमों के साथ-साथ अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से रिश्ते पर भी बात की. मुकदमों पर आजम खान ने कहा, "जहां तक मुकदमों का सवाल है, उन मुकदमों में अगर कोई दम होता तो मैं आज बाहर नहीं दिखता. छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है. एक दिन मैं बेदाग हो जाऊंगा."
अखिलेश यादव की सरकार बनी तो आजम खान पर दर्ज मुकदमे वापस लेंगे, सपा प्रमुख के इस बयान पर आजम खान ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी.
हम बिकाऊ माल न हो, ये हमने साबित कियाः आजम खान
रामपुर में मीडिया से बात करते हुए पार्टी छोड़ने के सवाल पर आजम खान ने कहा हमारे पास चरित्र नाम की एक चीज है और उसका यह मतलब नहीं कि हमारे पास पद हो, ओहदा हो. लोग प्यार करें, हमें इज्जत करें और हम बिकाऊ माल न हो ये हमने साबित कर दिया है.
सपा से दूरी के सवाल पर बोले- आग न लगाओ...
पार्टी के बड़े नेताओं को कहा खुश रहें आबाद रहें. सैफई और आजम परिवार के अंदर क्या कुछ दूरियां है जो कोई शीर्ष नेता मिलने नहीं पहुंचा तो इस सवाल पर आजम खान बोले आग ना लगाओ. अखिलेश यादव का फोन आया या नहीं इस पर बोले मुझे सिर्फ अपनी बीवी का मोबाइल नंबर याद था, वो भी भूल गया.
आजम खान ने आगे कहा कि मैं मोबाइल चलाना भी भूल गया हूं. आजम खान ने कहा मैं बड़ा आदमी नहीं बड़ा खादिम (सेवक) हूं. उन्होंने यह भी कहा कि अभी तो पहले अपना इलाज करवाऊंगा.