इंदौर : कोबरा पकड़ने की कोशिश में आरक्षक की मौत, हाथ से पकड़ रहा था कोबरा, जान देकर चुकाई कीमत

विजय तिवारी
इंदौर। शहर के सदर बाजार इलाके में शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया। 17 साल से सेवा कर रहे SAF (स्पेशल आर्म्ड फोर्स) के आरक्षक संतोष चौधरी की मौत ज़हरीले कोबरा के डसने से हो गई।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, सदर बाजार स्थित घोड़ों के अस्तबल क्षेत्र में कोबरा निकलने की सूचना पर आरक्षक संतोष चौधरी मौके पर पहुँचे। सांप को पकड़ते समय उन्होंने ना तो दस्ताने पहने थे और ना ही कोई सुरक्षा उपकरण का इस्तेमाल किया। वह कोबरा को हाथ से पकड़कर काबू करने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच सांप ने पलटकर उनकी उंगली में काट लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चौधरी सांप को पकड़कर तस्वीर खिंचवाना चाहते थे। इसी दौरान हुई लापरवाही उनकी जान ले गई।
अस्पताल ले जाया गया, पर बचाया न जा सका
सांप के डसते ही साथियों ने उन्हें तुरंत एमवाय अस्पताल पहुँचाया। डॉक्टरों ने एंटी-वेनम इंजेक्शन लगाया और पूरा प्रयास किया, लेकिन जहर तेजी से शरीर में फैल चुका था। इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
वायरल वीडियो और सवाल
इस घटना का एक लाइव वीडियो भी सामने आया है, जिसमें संतोष बिना किसी सुरक्षा तैयारी के सांप को पकड़ते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों बिना प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरणों के इस तरह की खतरनाक कोशिश की गई।
परिवार और पुलिस महकमे में शोक
संतोष चौधरी अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनके असामयिक निधन से परिवार गहरे सदमे में है। पुलिस विभाग में भी शोक की लहर है। कई अधिकारियों ने उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और साहसी बताया, साथ ही यह भी कहा कि इस हादसे से सबक लेना जरूरी है कि जंगली या जहरीले जानवरों को संभालना सिर्फ प्रशिक्षित विशेषज्ञों का काम है।
बड़ा सबक छोड़ गया हादसा
यह घटना बताती है कि साहस और जज्बा ज़रूरी है, लेकिन लापरवाही कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकती है। बिना सुरक्षा उपकरण और प्रशिक्षण के जहरीले सांप को हाथ में लेना बेहद खतरनाक है।