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उत्तर प्रदेश

वडोदरा के स्कूल में छात्र पर जानलेवा हमला, सिर पर गंभीर चोट

वडोदरा के स्कूल में छात्र पर जानलेवा हमला, सिर पर गंभीर चोट
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मोबाइल की शिकायत पर भड़का सहपाठी, कड़े से वार कर किया लहूलुहान

अहमदाबाद की घटना की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि वडोदरा शहर में खोडियार नगर के समीप न्यू वीआईपी रोड स्थित रघुकुल विद्यालय में गुरुवार को एक और चौंकाने वाली वारदात सामने आई। यहां एक छात्र ने अपने ही सहपाठी पर कलाई में पहने धातु के कड़े से हमला कर दिया। सिर पर जोरदार वार से छात्र लहूलुहान हो गया और उसे गंभीर चोटें आईं।

मोबाइल की शिकायत पर हमला

मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्र ने विद्यालय प्रबंधन को सूचित किया था कि उसका सहपाठी स्कूल में मोबाइल फोन लेकर आया है। इसी बात से आक्रोशित होकर आरोपी छात्र ने गुस्से में आकर पीड़ित के सिर पर कड़े से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से कक्षा में अफरा-तफरी मच गई।

घायल छात्र की स्थिति

हमले में छात्र के सिर पर गहरा घाव हो गया और खून बहने लगा। उसे तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां टांके लगाए गए। फिलहाल डॉक्टरों ने उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई है, लेकिन निगरानी में रखने की सलाह दी है।

प्रबंधन और ट्रस्टी का रुख

पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्हें घटना की सूचना विद्यालय के प्रिंसिपल ने फोन पर दी। कॉल में कहा गया कि आपके बेटे को चोट लगी है और उसे प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।

परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद स्कूल के प्रिंसिपल और ट्रस्टी प्रशांत शाह ने गंभीर कार्रवाई करने के बजाय “समाधान कराने” का प्रयास किया और हमलावर छात्र से माफीनामा लिखवाया कि वह आगे ऐसी गलती नहीं करेगा।

पुलिस की निष्क्रियता

परिजनों का कहना है कि स्थानीय पुलिस को सूचना दिए जाने के बावजूद अब तक गंभीरता से कोई कदम नहीं उठाया गया है। उल्टा पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है।

पीड़ित परिवार की मांग

घायल छात्र के परिजनों ने स्पष्ट कहा है कि वे इस घटना को केवल “समाधान” मानकर चुप नहीं बैठेंगे।

> “हम पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाना चाहते हैं ताकि दोषी छात्र को सबक मिले और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”

समाज में चिंता

लगातार स्कूलों में छात्रों के बीच हिंसक घटनाओं ने अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि विद्यालयों को छात्रों के अनुशासन और मानसिक स्थिति पर गंभीर ध्यान देना चाहिए तथा काउंसलिंग की व्यवस्था अनिवार्य करनी चाहिए।

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