सीतापुर की गौशाला में फिर घुसा तेंदुआ, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

रिपोर्ट : विजय तिवारी
सीतापुर (सिधौली)। विकास खंड गोण्डलामऊ क्षेत्र में तेंदुए की दस्तक लगातार ग्रामीणों के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। रविवार देर रात बैसौली गांव की गौशाला में अचानक तेंदुआ घुस आया। गौशाला में इस समय लगभग 127 गोवंश और 14 बछड़े मौजूद थे। अचानक तेंदुए की आहट और हलचल से गौशाला में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
ग्रामीणों ने शोर मचाकर तेंदुए को भगाया, जिससे कोई जनहानि या गोवंश का नुकसान नहीं हुआ। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके फुटेज देखकर लोग दहशत में आ गए।
पहले भी घुस चुका है तेंदुआ
बताया जाता है कि इससे पहले भी 1 और 3 दिसंबर को यही तेंदुआ गौशाला में घुस चुका था और उस दौरान दो बछड़ों को शिकार बना लिया था। इन घटनाओं के बाद वन विभाग ने गौशाला के पास पिंजरा लगाया था, लेकिन इसके बावजूद तेंदुए की दस्तक फिर से जारी है।
ग्रामीणों की चिंता बढ़ी
तेंदुए की लगातार मौजूदगी ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। लोग खेतों में अकेले जाने से कतरा रहे हैं और बच्चों को घर से बाहर खेलने से मना कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शाम ढलते ही गांव में सन्नाटा पसर जाता है और हर समय तेंदुए के हमले का डर बना रहता है।
गोण्डलामऊ क्षेत्र के अननापुर, बरतला, अगनीपुर, संदना, गैय्या, महेशपुर और रघुनाथपुर गांवों से भी तेंदुआ देखे जाने की खबरें लगातार मिल रही हैं। इससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
वन विभाग ने बढ़ाई सतर्कता
ग्राम प्रधान ने तेंदुए की मौजूदगी की सूचना तुरंत वन विभाग को दी। इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया गया।
वन दरोगा ऋषभ सिंह तोमर ने बताया कि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त निगरानी की जा रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात के समय अकेले न निकलने की सलाह दी गई है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए की लगातार मौजूदगी से आमजन में भय व्याप्त है। ऐसे में वन विभाग को रात में गश्त बढ़ानी चाहिए और पिंजरा लगाकर तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए, ताकि ग्रामीण और गोवंश सुरक्षित रह सकें।




