एशिया कप : भारत ने पाकिस्तान को हराया, जीत समर्पित शहीदों और पीड़ितों को

रिपोर्ट : विजय तिवारी
7 विकेट से मिली शानदार विजय, खिलाड़ियों ने कहा – यह जीत शहीदों और पीड़ित परिवारों को समर्पित
दुबई।
एशिया कप के सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर टूर्नामेंट में दमदार जीत दर्ज की। पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 127 रन बनाए। जवाब में भारत ने लक्ष्य को 15.5 ओवर में ही हासिल कर लिया।
पाकिस्तान की पारी – शुरुआत ठीक, अंत बिखरा
फखर जमां (24 रन) और रिज़वान (22 रन) ने पारी को संभालने की कोशिश की।
कप्तान बाबर आज़म (17 रन) बड़ा स्कोर नहीं बना पाए।
मध्यक्रम और निचला क्रम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सका।
पूरी टीम 20 ओवर में 127/9 पर सिमटी।
भारत के गेंदबाजों का प्रदर्शन
भुवनेश्वर कुमार – 3/28
अर्शदीप सिंह – 2/23
कुलदीप यादव – 2/25
चहल – 1/19
भारत की पारी – कप्तान और सूर्या चमके
रोहित शर्मा (38 रन, 22 गेंद) ने आक्रामक शुरुआत दी।
शुभमन गिल (32 रन) ने धैर्यपूर्वक पारी संभाली।
सूर्यकुमार यादव (40* रन, 23 गेंद) ने आकर मैच का रुख तय कर दिया।
शिवम दुबे (15* रन) ने साथी का अच्छा साथ निभाया।
मैच का टर्निंग पॉइंट
पाकिस्तान की पारी के 13वें ओवर में कुलदीप यादव ने लगातार विकेट निकालकर रनगति रोक दी। इसके बाद पाकिस्तान कभी उभर नहीं पाया।
स्टार परफॉर्मर
सूर्यकुमार यादव – 40* रन (23 गेंद, 5 चौके, 1 छक्का)
लक्ष्य का पीछा करते हुए तेज और निडर बल्लेबाजी।
दबाव के समय खेल को आसान बना दिया।
भुवनेश्वर कुमार – 3 विकेट
शुरुआती झटके देकर पाकिस्तान की कमर तोड़ दी।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ
सूर्यकुमार यादव : “यह जीत हम भारतीय सेना और आतंकवाद से प्रभावित परिवारों को समर्पित करते हैं। आज का दिन उनके नाम है।”
रोहित शर्मा : “पाकिस्तान के खिलाफ जीत हमेशा भावनात्मक होती है। यह जीत हमारे जवानों और देशवासियों को समर्पित है।”
मैदान का माहौल
25 हजार दर्शकों की मौजूदगी में मैच खेला गया।
सुरक्षा एजेंसियों ने सख्त व्यवस्था की, किसी को भी राजनीतिक बैनर लाने की इजाजत नहीं थी।
भारतीय प्रशंसकों ने पूरे स्टेडियम में तिरंगा लहराकर माहौल को देशभक्ति से सराबोर कर दिया।
आगे की चुनौती
भारत और पाकिस्तान का अगला मुकाबला 21 सितंबर को सुपर-4 चरण में हो सकता है।
क्रिकेट प्रेमियों को इस रोमांचक भिड़ंत का बेसब्री से इंतजार है।
यह जीत सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं, बल्कि एक संदेश है – टीम इंडिया का हर संघर्ष और हर जीत राष्ट्र की गरिमा और शहीदों की याद को समर्पित है।