गाजीपुर में अंधेरे में हुई बर्बरता? पुलिस कार्रवाई के बीच सियाराम उपाध्याय की मौत से हड़कंप

गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात करीब एक बजे ऐसी स्थिति बनी। पुलिस और स्थानीय लोग बिजली खंभा लगाने / बिजली कटौती आदि को लेकर विवाद में शामिल थे, और लोग थाने के सामने धरने पर बैठे थे।धरना कर रहे लोगों में लगभग 20-25 लोग शामिल थे।आरोप है कि रात को बिजली की लाइट बंद कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दावा है कि इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए। संख्या में “सात से आठ लोग” घायल बताए जा रहे हैं। घायल लोगों में एक सियाराम उपाध्याय नामक भाजपा कार्यकर्ता (उर्फ जोखू उपाध्याय), निवासी रुकुंदीपुर, उम्र लगभग 35 वर्ष, उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। गुरुवार की भोर में उनकी मौत हो गई।
पिता गिरजा उपाध्याय और भाभी नीतू उपाध्याय ने कहा है कि पुलिस की बर्बर पिटाई से उनके पुत्र की मौत हुई है। उन्होंने न्याय की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगायी है।भाजपा जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश राय आदि नेताओं ने भी घटना पर खेद जताया है और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
पुलिस-प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. ईरज राजा ने कहा है कि उस रात को “लाठीचार्ज नहीं हुआ”, दावा है कि बिजली कटने की वजह से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी और लोग खुद ही छुपने चले गए।उन्होंने बताया है कि पोस्ट-मार्टम कराया जा रहा है और जांच चल रही है।