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उत्तर प्रदेश

सरोजनी देवी अकैडमी द्वारा दो दिवसीय डे नाइट टूर्नामेंट का हुआ शुभारम्भ, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी नें किया उद्घाटन।

सरोजनी देवी अकैडमी द्वारा दो दिवसीय डे नाइट टूर्नामेंट का हुआ शुभारम्भ, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी नें किया उद्घाटन।
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अयोध्या. श्री राम की नगरी अयोध्या में डे नाईट वॉलीबॉल टूर्नामेंट का भव्य शुभारम्भ सोमवार को हुआ। सरोजनी देवी अकादमी का जनपद और अंतर्जनपदीय वालीबाल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी नें किया। सरोजनी देवी अकादमी द्वारा सरोजनी देवी स्मारक में आयोजित पांचवे जनपदीय व अंतर्जनपदीय वॉलीबॉल दो दिवसीय प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए सरोजनी देवी अकादमी के प्रबंधक व जिला वालीबाल संघ के सचिव रमेश कुमार उर्फ ठेकेदार नें कहा कि अंतर्जनपदीय टूर्नामेंट में विजेता टीम को 21हज़ार व उपविजेता टीम को 11 हज़ार रुपए की नकद राशि और पुरुस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। वही जनपद स्तरीय टीम के विजेता को 5 हज़ार और उपविजेता टीम को 31 सौ रूपये और पुरुस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।

तोताद्रिमठ मठ किसी की जागीर नहीं, इसके स्वामी स्वयं भगवान” – स्वामी अनंताचार्य

रामानुजाचार्य स्वामी अनंताचार्य महाराज की प्रेस वार्ता

अयोध्या। उत्तर तोताद्रिमठ विभीषणकुंड, अयोध्याधाम के पीठाधीश्वर श्रीमज्जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी अनंताचार्य महाराज ने मंगलवार को अपने आश्रम पर आयोजित प्रेसवार्ता में स्पष्ट कहा कि मठ में किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग गुंडई के बल पर मंदिर कब्जाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें पहले ही श्रीबालदेशिक सोपान ट्रस्ट से बाहर किया जा चुका है और उनका संस्थान से कोई संबंध नहीं है स्वामी अनंताचार्य ने बताया कि उत्तर तोताद्रिमठ विभीषणकुंड का संचालन श्रीबालदेशिक सोपान ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जिसमें कुल सात ट्रस्टी शामिल हैं और सभी उनका पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। वर्तमान में वे स्वयं ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और ट्रस्ट का कार्य उन्हीं की अनुमति से होता है उन्होंने कहा कि मठ की स्थापना वर्ष 1900 में स्वामी बलभद्राचार्य महाराज द्वारा की गई थी। 1976 से वे उत्तराधिकारी बने और 2014 से मठ के महंत के रूप में समस्त व्यवस्थाओं का संचालन कर रहे हैं। परंपरागत रूप से यहां सभी उत्सव और पर्व आयोजित हो रहे हैं। स्वामी अनंताचार्य ने स्पष्ट कहा— “यह मठ किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं, बल्कि इसके वास्तविक स्वामी स्वयं भगवान हैं। उनका भोग-राग और सेवा निरंतर चल रहा है। इसलिए अफवाहों और अनर्गल बातों पर ध्यान न दें।” प्रेसवार्ता में श्रीबालदेशिक सोपान ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी केशव प्रपन्नाचार्य उर्फ़ केशव नारायण दुबे भी मौजूद रहे।

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