वडोदरा में गौमांस तस्करी का भंडाफोड़, महिला समाजसेवी की सतर्कता से पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी

रिपोर्ट : विजय तिवारी
वडोदरा।
शहर के भायली थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब प्राणी फाउंडेशन की अध्यक्ष और पशु संरक्षण कार्यकर्ता नेहा पटेल को मुखबिर से सूचना मिली कि एक ऑटो रिक्शा चालक अवैध रूप से गौमांस की सप्लाई कर रहा है। शक के आधार पर उन्होंने रिक्शा को रोका तो उसके थैले में अंदाजित 80 से 100 किलो तक पीले रंग का दिखने वाला मांस मिला। जिसके संबंध तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित करने पर भायली पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी ऑटो रिक्शा चालक दिलानी कुरैशी को हिरासत में ले लिया।
आनंद से वडोदरा तक सप्लाई का जाल
नेहा पटेल ने मीडिया को बताया कि गौमांस की बड़ी मात्रा में आनंद ज़िले से वडोदरा और अहमदाबाद में सप्लाई की जाती है। इस तस्करी के लिए प्रायः रिक्शा का इस्तेमाल होता है ताकि शक न हो। आज सुबह भी उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध रिक्शा गोरवा क्षेत्र की ओर जा रहा है।
सूचना की पुष्टि के बाद उन्होंने अपने साथियों के साथ रिक्शा का पीछा किया और शेरखी ब्रिज के पास आरोपी को पकड़कर भायली पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस की पूछताछ और जांच
भायली पुलिस ने आरोपी दिलानी कुरैशी से पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि वह मांस को वडोदरा के गोरवा क्षेत्र में पहुंचाने जा रहा था।
इससे पहले भी गोरवा और नवायार्ड क्षेत्रों में सप्लाई होता रहा है। पुलिस सभी एंगल से जांच पड़ताल कर रही है ताकि सप्लाई चैन और अन्य जुड़े लोगों का खुलासा किया जा सके।
तस्कर भेष बदलकर करते हैं काम
नेहा पटेल ने बताया कि पकड़े गए आरोपी अक्सर केसरी टी-शर्ट और गमछा पहनकर सामान्य मजदूर की तरह भेष बदल लेते हैं ताकि किसी को शक न हो। उन्होंने दावा किया कि रोजाना तीन से चार रिक्शों में मांस सप्लाई होता है। इससे पहले भी लोकल क्राइम ब्रांच (LCB) के सहयोग से कई बार छापेमारी कर तस्करों को पकड़ा जा चुका है।
राजनीतिक दबाव का आरोप
नेहा पटेल ने नाम लिए बिना यह भी खुलासा किया कि पहले की एक कार्रवाई के दौरान एक राजनीतिक पार्टी के पार्षद पकड़े गए आरोपी को छुड़ाने की सिफारिश करने पहुंचे थे। उनका कहना था कि आरोपी गरीब परिवार से है और दुकान चला रहा है, इसलिए उसे छोड़ दिया जाए।
समाजसेवियों का आह्वान
नेहा पटेल और उनकी संस्था ने मांग की है कि इस तरह की तस्करी पर कड़ा नियंत्रण लगाया जाए और सभी संबंधित विभाग गंभीरता से कार्रवाई करें। उनका कहना है कि जब तक सप्लाई चेन को पूरी तरह से तोड़ा नहीं जाएगा, तब तक यह अवैध कारोबार चलता रहेगा।