Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

ग्रामीण क्षेत्र में सेंट मोजेस इंग्लिश स्कूल जगा रहा नन्हें सपने

ग्रामीण क्षेत्र में सेंट मोजेस इंग्लिश स्कूल जगा रहा नन्हें सपने
X


सीताराम गुप्ता

श्रावस्ती।

गिलौला बाज़ार में स्थित सेंट मोजेस इंग्लिश स्कूल ने शिक्षा की ऐसी अलख जगाई है, जो सरकारी स्कूलों की खोखली व्यवस्था पर सीधा सवाल खड़ा करती है। जहाँ एक ओर कई सरकारी विद्यालयों में अध्यापक किताबों से ज़्यादा मोबाइल में तल्लीन नज़र आते हैं, वहीं इस छोटे से निजी स्कूल ने नन्हें-मुन्नों के मन में खेल-खेल में पढ़ाई को उत्सव बना दिया है।

विद्यालय के प्राचार्य अनिल कुमार न्यूटन का कहना है—

"हमारा क्षेत्र शिक्षा में पिछड़ा है, इसलिए हमने तय किया है कि बच्चों को बोझिल पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि सरल और धैर्यपूर्ण तरीक़े से पढ़ाई का मज़ा चखाया जाए।"

यहाँ बच्चे रंगों, खेलों और गतिविधियों के सहारे ज्ञान की सीढ़ियाँ चढ़ रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि ग्रामीण पृष्ठभूमि का यह स्कूल, शिक्षा का वह काम कर रहा है जिसकी ज़िम्मेदारी करोड़ों रुपये खर्च करने वाले सरकारी तंत्र पर है।

लोग कहते हैं, सरकारी स्कूलों में बच्चे कक्षाओं से ज़्यादा मिड-डे मील की थालियों में गिने जाते हैं, लेकिन सेंट मोजेस इंग्लिश स्कूल ने साबित कर दिया है कि यदि नीयत और तरीका सही हो तो शिक्षा बोझ नहीं, बल्कि बच्चों का सबसे बड़ा उत्सव बन सकती है।विगत दिनों स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रँगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग लेने वाले प्रतिभागियों को आज उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उपहार देकर सम्मानित भी किया गया।

Next Story
Share it