Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

मरे हुए लोगों के नाम पर निकाले जा रहे थे राशन, डीलर ऐसे करता था चोरी; खुलासे के बाद हड़कंप

मरे हुए लोगों के नाम पर निकाले जा रहे थे राशन, डीलर ऐसे करता था चोरी; खुलासे के बाद हड़कंप
X

हापुड़। क्षेत्र के गांव ददायरा में मृतकों के नाम पर सालों से राशन निकालकर बेचने के आरोप लगाने वाले ग्रामीणों ने जिला पूर्ति अधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने कुछ कागजात भी डीएसओ को सौंपे।

इसके चलते डीएसओ ने जांच कर गठन कर दिया है। यह टीम गांव के प्रत्येक राशन कार्ड का सत्यापन करने के बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी। वहीं एक परिवार के मुखिया के मृतक होने के बावजूद अधिकारियों ने उसकी यूनिट नहीं हटाने का निर्णय लिया है।

ददयरा के ग्रामीण धर्मेंद्र शर्मा और सुंदर सिंह ने दर्जनों लोगों के साथ डीएसओ से मुलाकात की। उन्होंने डीएसओ को बताया कि ग्राम सचिव व राशन डीलर मिलकर गरीबों को दिए जाने वाले राशन में सालों से धोखाधड़ी कर रहे हैं।


जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी है, उनके नाम दूसरे परिवारों के राशन कार्ड में जोड़ दिए गए हैं। जो लोग पेंशन ले रहे हैं, उनके नाम भी दूसरों के राशन कार्ड में जोड़कर घपला किया जा रहा है। कई बुजुर्ग लोगों को राशन कार्ड में युवकों का बेटा दिखाया गया है।

उसके आधार पर ही राशन लिया जा रहा है। मृतकों के स्वजन को राशन देने में परेशान किया जा रहा है। आनलाइन पता कराया गया तो सामने आया कि मृतक व्यक्तियों के नाम पर हर महीने राशन निकल रहा है।

यहां तक कि जिन व्यक्ति की मृत्यु पांच साल पहले हुई थी, उनके नाम पर भी राशन निकल रहा है। उनका आरोप है कि डीलर मृतक के परिवार के सदस्यों से अपनी दुकान पर लगी स्कैन मशीन पर अंगूठा लगवाता है और उन्हें झांसे में लिया जाता है।

धर्मेंद्र, सुंदर सिंह, विजय शर्मा व अजीत शर्मा के परिवार सहित अन्य ग्रामीणों के स्वजन की मृत्यु के बाद भी उनके नाम पर राशन निकालकर ब्लैक में बेचा जा रहा है। ग्रामीण माया देवी की मृत्यु 17 मार्च 2019, ग्रामीण धर्मवीर सिंह की मृत्यु 21 दिसंबर 2023 और यशवीर शर्मा की मृत्यु दो जून 2024 को होने के बाद भी उनके नाम पर अभी भी राशन निकाला जा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि राशन की कालाबाजारी में पहले भी उसकी दुकान निलंबित की जा चुकी है। उसके बाद दोबारा से कोटा उसी को दे दिया गया। जिला पूर्ति अधिकारी डा. सीमा बालियान ने बताया कि शिकायत प्राप्त होने पर डीएम ने जांच टीम का गठन कर दिया है। जांच टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। इसमें गांव के सभी राशन कार्ड का सत्यापन कराया जाएगा।

Next Story
Share it