कांग्रेस नेता के गन हाउस में अवैध कारतूस का भंडाफोड़, छह गिरफ्तार

अंबेडकरनगर। पुलिस ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस पर अवैध रूप से कारतूस क्रय-विक्रय करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सरगना समेत कांग्रेस नेता व गन हाउस के मालिक समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को यह कामयाबी शुक्रवार को हंसवर में अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार एक युवक से पूछताछ के बाद मिली।
मुखबिर की सूचना पर हंसवर पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर बसखारी के अनुराग यादव को अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। पूछताछ के दौरान उसने चौंकाने वाला राज उगला। एसपी केशव कुमार ने गिरोह के राजफाश व गिरफ्तारी के लिए पुलिस के सहयोग के लिए स्वाट टीम को लगाया।
कड़ाई से पूछताछ की तो उसने परत दर परत सारे राज उगल दिए
हंसवर थाने व स्वाट टीम की संयुक्त टीम ने आरोपित से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने परत दर परत सारे राज उगल दिए। उसका मोबाइल चेक किया तो सारी कड़ियां खुल गई। पुलिस के मुताबिक आरोपित आजमगढ़ जिले के अतरौलिया के ज्ञानचन्द से कारतूस खरीदता था। पुलिस ने आरोपित अनुराग से फोन कराकर ज्ञानचन्द को कारतूस देने के बहाने हंसवर बुलाकर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
कारतूस बेचने वाले अवध गन हाउस के मालिक कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष शेखपुरा कटरिया याकूबपुर के सुखीलाल वर्मा व उनके मुनीम अकबरपुर के गांव लालाकोटवा महमदपुर के विकास कुमार, बसखारी के आर्यन यादव उर्फ शनि तथा हेमन्त यादव उर्फ सन्नू को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ व तलाशी के दौरान ज्ञानचन्द के पास से दो कूटरचित शस्त्र लाइसेंस व 315 बोर का पांच कारतूस बरामद हुआ।
दोनों शस्त्र फर्जी मिले
शस्त्र लाइसेंस का सत्यापन वाले अधिकारी से बात करने पर दोनों शस्त्र फर्जी मिले। शस्त्र धारक के पते का सत्यापन कराया गया तो संबंधित व्यक्ति भी फर्जी मिला। दोनों फर्जी शस्त्र लाइसेंस पर अकबरपुर कोतवाली के बगल अवध गन हाउस से भारी मात्रा में कारतूस खरीदने की पुष्टि हुई। गन हाउस का रजिस्टर चेक करने पर दोनों शस्त्र लाइसेंस से मानक से अधिक कारतूस खरीदना पाया गया। एक ही पैटर्न पर फर्जी हस्ताक्षर से तीन-चार लाइसेंस से एक साथ एक ही दिन नाम बदल कर कारतूस खरीदना पाया गया।
जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट व सीओ को सौंपी जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने संबंधित गन हाउस के विरुद्ध कार्रवाई की जिम्मेदारी मजिस्ट्रेट व क्षेत्राधिकारी को सौंपी। एसडीएम सदर प्रतीक्षा सिंह व सीओ सिटी ने पहुंचकर गन हाउस को सील कर दिया। गन हाउस के मालिक समेत तीनों आरोपितों के विरुद्ध हंसवर में धोखाधड़ी समेत विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला के निर्देश पर एसडीएम सदर व सीओ सिटी ने शहर के सभी गन हाउस पर गहन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने संदिग्ध विवरणों की जांच व संबंधित का सत्यापन कराना शुरू कर दिया है, इससे सभी गन हाउस संचालकों में हड़कंप मचा है।
आरोपितों से ये हुआ बरामद
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक अवैध पिस्टल, 315 बोर का पांच कारतूस, दो फर्जी शस्त्र लाइसेंस, एक बाइक व कुछ कागजात समेत अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह पांच साल से सक्रिय है। ।
गिरोह में आजमगढ़ के अन्य कई लोग शामिल हैं। विवेचना में उनका नाम बढ़ाया गया है। सरगना ज्ञानचंद द्वारा गन हाउस से आठ माह में आठ सौ से एक हजार कारतूस खरीदे गए हैं। विगत वर्षों में खरीदे गए कारतूसों की जानकारी जुटाई जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। केशव कुमार, एसपी