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उत्तर प्रदेश

धर्म, राजनीति और आस्था के त्रिकोण में उलझा धपरी गांव का मामला:विहिप ने डीएम से की मदरसे से सटी ज़मीन की खुदाई की मांग

धर्म, राजनीति और आस्था के त्रिकोण में उलझा धपरी गांव का मामला:विहिप ने डीएम से की मदरसे से सटी ज़मीन की खुदाई की मांग
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रिपोर्ट: ओ.पी. श्रीवास्तव, चंदौली

चंदौली: ज़िले के नियामताबाद ब्लॉक स्थित धपरी गांव में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इमामबाड़ा के समीप एक निजी भूखंड पर निर्माण कार्य के दौरान कथित शिवलिंग के मिलने की सूचना से इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। यह मुद्दा अब राजनीति, धर्म और आस्था के त्रिकोण में उलझता दिख रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, धपरी गांव में सकलैन हैदर नामक व्यक्ति द्वारा एक मकान का निर्माण कराया जा रहा था। नींव की खुदाई के दौरान मजदूरों को एक पत्थरनुमा संरचना प्राप्त हुई, जिसे स्थानीय लोगों ने ‘शिवलिंग’ के रूप में पहचानने का दावा किया। इसके बाद हिंदू संगठनों ने स्थल को लेकर विरोध जताते हुए मंदिर निर्माण की मांग शुरू कर दी।

विधायक ने किया स्थल का दौरा, मंदिर और ओपन जिम की घोषणा

घटना की जानकारी मिलते ही डीडीयू नगर से भाजपा विधायक रमेश जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह भूमि उनके मित्र सकलैन हैदर की है, जिन्होंने 1 बिस्वा ज़मीन मंदिर निर्माण के लिए दान दी है। विधायक ने कहा कि शेष भूमि पर विधायक निधि से ओपन जिम बनाया जाएगा। उन्होंने इसे 'आपसी सौहार्द' का उदाहरण बताते हुए सांप्रदायिक एकता की बात भी कही।

विश्व हिंदू परिषद का विरोध, खुदाई की मांग पर अड़े

विधायक के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ा ऐतराज जताया है। जिलामंत्री शशि मिश्रा ने कहा कि यह भूमि किसी की निजी संपत्ति नहीं है, बल्कि हिंदू आस्था का केंद्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस स्थान पर निर्माण हो रहा है, वहां पूर्व में परी माता का मंदिर था, जिसे मुगलकाल में नष्ट कर दिया गया।

VHP का दावा है कि यह स्थल पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है और यहां हिंदू धर्म से जुड़े कई अवशेष मिल सकते हैं। इसी मांग को लेकर संगठन ने जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे क्षेत्र की वैज्ञानिक खुदाई की मांग की है।

गांव में मतभेद, तनाव के बीच पुलिस तैनात

गांव में इस विवाद को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच मतभेद उभर कर सामने आए हैं। जहां एक ओर हिंदू संगठनों का कहना है कि यह मामला 'हिंदू अस्मिता' से जुड़ा है, वहीं मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि धार्मिक सौहार्द को राजनीतिक लाभ के लिए निशाना बनाया जा रहा है।विवाद को देखते हुए प्रशासन ने गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है और शांति बनाए रखने की अपील की है।

धपरी गांव का यह मामला धीरे-धीरे सांप्रदायिक तनाव का रूप लेता जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन निष्पक्ष जांच और खुदाई की मांग पर क्या रुख अपनाता है। वहीं राजनीतिक हस्तक्षेप और संगठनों की सक्रियता इस मामले को किस दिशा में ले जाएगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।

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