मुगलसराय में जिम संचालक की गोली मारकर हत्या, आठ बदमाशों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग — जमीन विवाद में पुरानी रंजिश का शक

रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव संग मोहम्मद अफजल...
चंदौली, मुगलसराय। खबर जनपद चंदौली से है जहां मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के धरना गांव में सोमवार रात जिम संचालक अरविंद यादव उर्फ बिंदु (45) की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना रात लगभग साढ़े 11 बजे की है जब अरविंद अपने निजी जिम में मौजूद थे। इसी दौरान चार मोटरसाइकिलों पर सवार आठ बदमाश पहुंचे और अरविंद को नीचे बुलाकर पहले हाथापाई की, फिर उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
गोली लगने से अरविंद गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन आनन-फानन में उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक को सिर, गर्दन और पीठ पर गोलियां लगी थीं। बदमाशों ने मौके पर मौजूद अरविंद की थार गाड़ी को भी निशाना बनाते हुए शीशे तोड़े और उस पर गोलियां चलाईं।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे, अलीनगर व मुगलसराय थाना पुलिस तथा क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से 315 बोर के तीन खोखे और प्रतिबंधित बोर के चार-पांच कारतूस बरामद किए हैं।प्रारंभिक जांच में पुलिस जमीन विवाद को हत्या की मुख्य वजह मान रही है। जानकारी के मुताबिक अरविंद जिम संचालन के साथ-साथ प्लॉटिंग का काम भी करते थे और पूर्व में जिन बदमाशों पर हत्या का शक है, उन्हीं के साथ उनका कारोबारी संबंध भी रहा था। कुछ समय पहले एक आपराधिक घटना के बाद दोनों पक्ष जेल जा चुके थे। जेल से छूटने के बाद लेन-देन को लेकर दोनों पक्षों में फिर विवाद गहराता चला गया।
सूत्रों के अनुसार, हत्या में शामिल दो आरोपी स्टेशन क्षेत्र में शराब तस्करी के भी कारोबारी हैं। इससे संदेह गहराता है कि मामला महज आपसी विवाद से कहीं आगे संगठित अपराध से जुड़ा हो सकता है।घटना के बाद धरना गांव समेत आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप है कि अपराधियों की गतिविधियों की सूचना पहले भी पुलिस को दी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब जब आठ की संख्या में हथियारबंद बदमाश सरेशाम वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए, तो पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठना लाजिमी है।
एसपी आदित्य लांघे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीनगर और मुगलसराय पुलिस को संयुक्त जांच के निर्देश दिए हैं। क्राइम ब्रांच की टीम सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर हमलावरों की पहचान में जुटी है। हालांकि
मुगलसराय जैसे प्रमुख रेलवे टाउन में इस तरह की घटना न केवल कानून-व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता और अपराधियों के हौसले की कहानी भी बयां करती है।