गंगा में बहकर आया ‘रामसेतु’ का पत्थर? दो क्विंटल वजन फिर भी डूब नहीं रहा
गाजीपुर में इन दिनों गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. जिसका नजारा इन दिनों गाजीपुर के तटवर्ती इलाकों में देखने को मिल रहा है. इसी बढ़ते हुए जलस्तर में बहुत कुछ बहकर भी आ रहा है. कोतवाली क्षेत्र के ददरी घाट पर सुबह एक पत्थर बहकर आ गया. इस पत्थर का वजन करीब 2 कुंतल के आसपास बताया जा रहा है. इस पत्थर को कई लोग मिलकर भी नहीं उठा पा रहे हैं. पत्थर गंगा के पानी में डूब नहीं रहा है. बस इस चमत्कार की चर्चा जैसे ही इलाके में फैली तो सैकड़ों लोग गंगा घाट पर जमा हो गए. कई लोगों ने तो पत्थर की पूजा शुरू कर दी तो कई लोग वहीं पर पाठ करने बैठ गए. लोग इसे आस्था से जोड़कर देख रहे हैं.
कहा जा रहा है कि त्रेताकाल में जब भगवान राम को समुद्र पार करना था तब वानर सेना ने रामसेतु का निर्माण किया था. उस वक्त जिन पत्थरों से रामसेतु बनाया गया था वे पत्थर पानी में डूबे नहीं थे बल्कि तैरने लगे थे. उन पत्थरों से ही रामसेतु बनाया गया था. कुछ ऐसा ही पत्थर आज गाजीपुर के ददरी घाट पर भी देखने को मिला. हालांकि यह पत्थर रामसेतु से संबंधित है या नहीं लेकिन लोग इसे रामसेतु के पत्थर से जोड़कर ही देख रहे हैं. सुबह-सुबह जो लोग भी गंगा घाट पर गए, इस पत्थर को देख कर श्रद्धा से अपना सर झुका रहे थे.
सबसे पहले किसने देखा?
पत्थर को सबसे पहले एक बच्चे ने देखा था. घाट के बगल में ही मल्लाहों की एक बस्ती है और वहीं पर एक सोनू नाम का बच्चा है जिसकी उम्र करीब 10-15 साल है. एक दिन पहले सोनू दोपहर में गंगा नदी में नहा रहा था, गंगा घाट से करीब 100 मीटर की दूरी पर स्नान करते समय उसे कुछ बहता हुआ दिखाई दिया. फिर वह उस पत्थर के पास पहुंचा और देखा कि पत्थर है लेकिन वह डूब नहीं रहा है. सोनू उस पत्थर को घाट के किनारे लाया और रस्सियों से बांध दिया था. सुबह जब लोग गंगा घाट पर नहाने के लिए पहुंचे और उस पत्थर को गंगा के पानी में तैरते हुए देखा तो लोगों की श्रद्धा अचानक से बढ़ गया.
हालांकि यह पत्थर सीमेंट जैसा लग रहा है लेकिन पत्थर गंगा नदी में नहीं डूबने के कारण लोग सनातन की देन मान रहे हैं. इसे भगवान राम और रामसेतु से जोड़कर रामेश्वरम का पत्थर मानकर श्रद्धा से अपना सर नवाते हुए उस पत्थर पर हनुमान जी का झंडा भी लगा दिया है. जो लोग पहुंच रहे हैं वह पत्थर के पास अगरबत्ती दिखलाकर पूजा पाठ करते हुए नजर आ रहे हैं.