जलभराव से बेहाल दुलहीपुर भीतरी बाजार, घरों में घुसा गंदा पानी, बीमारियों का खतरा बढ़ा, नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन; चेतावनी- समाधान नहीं तो उग्र आंदोलन

रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव संग मोहम्मद अफजल...
चंदौली/मुगलसराय: खबर जनपद चंदौली से है जहां मुगलसराय तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दुलहीपुर भीतरी बाजार में जलनिकासी की दुर्दशा ने आमजन का जीवन नारकीय बना दिया है। क्षेत्र में नालियों की सफाई न होने और निकासी व्यवस्था फेल होने से सड़कों से लेकर लोगों के घरों तक गंदा पानी भर गया है। इससे पूरे मोहल्ले में बदबू और बीमारी का माहौल बन गया है। इस गंभीर समस्या को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और जिम्मेदारों के खिलाफ नाराजगी जताई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कई दिनों से गलियों में पानी भरने के कारण लोगों का निकलना दूभर हो गया है। स्थिति इतनी गंभीर है कि नालियों का गंदा पानी अब घरों के अंदर तक पहुंच चुका है। रसोई से लेकर शयनकक्ष तक पानी जमा है, जिससे रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों का बीमार होना शुरू हो गया है।
जलभराव से मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ा है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि यदि शीघ्र सफाई व जलनिकासी की व्यवस्था नहीं हुई तो डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया और चर्म रोगों का प्रकोप फैल सकता है। बावजूद इसके अभी तक कोई स्वास्थ्य विभाग या नगर पंचायत का प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।
प्रशासनिक उपेक्षा से गुस्साए ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार ग्राम प्रधान और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ। सोमवार को जब लोगों का सब्र टूट गया तो वे सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वे तहसील मुख्यालय पर धरना देने को मजबूर होंगे।प्रदर्शन में पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन करने वालों में नौशाद अली, संतोष कुमार भारती, गुप्तू गुप्ता, सरवर आलम, महेन्द्र गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल रहे। वहीं महिलाओं में रीता देवी, सुखदेई गुप्ता, गुलाबी गुप्ता, रेखा गुप्ता, दुर्गा गुप्ता, राधिका गुप्ता आदि की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कहा कि यदि दो दिन के अंदर जलनिकासी की व्यवस्था और सफाई कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी।दुलहीपुर की यह समस्या केवल एक मोहल्ले की नहीं, बल्कि स्थानीय निकायों की लापरवाही का प्रतीक बन चुकी है। जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे इस ओर तत्काल संज्ञान लें, अन्यथा जनआक्रोश तेज हो सकता है।