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उत्तर प्रदेश

वृद्ध दिवस पर बुजुर्गों को मिला सम्मान, जीवन में लौटी नई ऊर्जा

वृद्ध दिवस पर बुजुर्गों को मिला सम्मान, जीवन में लौटी नई ऊर्जा
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आदर्श कल्याण सेवा समिति ने किया प्रेरणादायक आयोजन

बहराइच। वृद्धजन केवल समाज की धरोहर नहीं, बल्कि हमारे अनुभव, संस्कृति और संवेदना के जीवंत प्रतीक हैं। इसी भाव को साकार करते हुए रायपुर राजा स्थित आदर्श कल्याण सेवा समिति ने वृद्ध दिवस के अवसर पर एक सराहनीय पहल की।

समिति के प्रबंधक एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री अनिल प्रधान के नेतृत्व में आश्रम में निवासरत सभी वृद्धजनों को सीतापुर स्थित पावन तीर्थ नीमसार की यात्रा पर ले जाया गया। यह यात्रा न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव से भरी रही, बल्कि बुजुर्गों के लिए जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाली साबित हुई।

सुबह स्नान, ध्यान और दर्शन के उपरांत वृद्धजनों ने तीर्थ क्षेत्र की विविध स्थलों का अवलोकन किया। श्री प्रधान ने सभी के साथ संवाद करते हुए जीवन के अंतिम पड़ाव में भी सक्रियता, आत्म-सम्मान और जीवंतता बनाए रखने का प्रेरणादायक संदेश दिया।

इस अवसर पर आश्रम की वार्डन श्रीमती अनुराधा द्वारा सभी वृद्धजनों के लिए विशेष रूप से पौष्टिक नाश्ता और स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था की गई। भोजन के बाद का दृश्य अत्यंत हृदयस्पर्शी रहा, जब वृद्धजनों ने पारंपरिक लोकगीतों के माध्यम से अपने जीवन की कहानियाँ साझा कीं।

इन गीतों में कहीं संघर्ष की गूंज थी, तो कहीं बीते दिनों की स्मृतियों की मधुरता। एक गीत के माध्यम से उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आज का समाज भौतिकता की दौड़ में संवेदना को भूलता जा रहा है, जबकि बुजुर्गों को केवल सहारा नहीं, स्नेह की आवश्यकता होती है।

आश्रम के एक वृद्धजन ने भावुक होकर कहा, “आज ऐसा लगा जैसे हम फिर से जीवित हो उठे हैं। यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, हमारे सम्मान की पुनः स्थापना थी।”

आदर्श कल्याण सेवा समिति का यह आयोजन निश्चित ही समाज के लिए एक प्रेरणा बनकर सामने आया है, जो यह दिखाता है कि बुजुर्गों को केवल सेवा नहीं, सम्मान और स्नेह की भी उतनी ही आवश्यकता है।

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