हरे पेड़ों के रखवाले बने ग्रामीण, प्रधान की मनमानी पर लगाई लगाम

रिपोर्ट: मोहम्मद अफजल, डीडीयू नगर
चंदौली (अलीनगर)। खबर जनपद चंदौली से है जहां अलीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवई गांव में पर्यावरण प्रेमियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जागरूक जनता किसी भी गलत कदम को रोक सकती है। यहां ग्राम प्रधान द्वारा बिना अनुमति फलदार हरे पेड़ों की कटाई कराकर रास्ता बनवाने की कोशिश को ग्रामीणों ने एकजुट होकर नाकाम कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि रास्ता निर्माण के लिए गांव में पहले से ही पर्याप्त भूमि उपलब्ध थी, इसके बावजूद ग्राम प्रधान ने जबरन कटाई शुरू कराई। सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और कटाई को रोक दिया। तुरंत वन विभाग को सूचित किया गया, जिसके अधिकारी समय पर पहुंचे और अवैध कटाई पर रोक लगाई।
पर्यावरण संरक्षण से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता परसुराम सिंह ने बताया कि फलदार पेड़ हों या छायादार वृक्ष — उनकी कटाई वन विभाग की अनुमति के बिना अवैध है। उन्होंने कहा, "एक पेड़ 20 लोगों को ऑक्सीजन देता है। इसे काटना प्रकृति के साथ अपराध है।" परसुराम सिंह अब तक 40 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं और पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रहे हैं।
परसुराम सिंह ने अपील की कि हर नागरिक कम से कम एक वृक्ष अवश्य लगाए और उसका संरक्षण भी करे। उन्होंने कहा कि ऐसे छोटे-छोटे प्रयास ही आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
देवई गांव के ग्रामीणों का यह प्रयास पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बन गया है। जहां एक ओर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं, वहीं आम लोगों ने कानून और पर्यावरण दोनों की रक्षा कर मिसाल कायम की।