अस्पताल में सुरक्षित नहीं बेटियां! चंदौली जिला अस्पताल में भर्ती युवती से तीन दिन तक वार्ड ब्वाय ने की छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार

रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार भले ही सशक्तिकरण की बातें करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। ताजा मामला बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल का है, जहां भर्ती एक युवती के साथ लगातार तीन दिनों तक वार्ड ब्वाय द्वारा छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार किया गया।
पीड़िता का आरोप है कि वार्ड ब्वाय जितेंद्र यादव उसे अश्लील इशारे करता, बाथरूम की ओर बुलाता और इलाज के नाम पर जानवरों की तरह इंजेक्शन लगाता था। जब युवती ने यह बात सुरक्षा कर्मियों को बताई, तो उन्होंने भी मामले की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए सिर्फ सूचना देकर पल्ला झाड़ने जैसा रवैया अपनाया।अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने मामले की जानकारी नोडल प्रिंसिपल तक पहुंचाई, लेकिन न तो आरोपी को तत्काल हटाया गया, न ही युवती को सुरक्षा मुहैया कराई गई। यह लापरवाही प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाती है।
पीड़िता के परिजनों ने मीडिया टीम से संपर्क कर सहायता मांगी। जब मीडिया मौके पर पहुंचा, तब जाकर प्रशासन की नींद टूटी। सीएमएस डॉ. एसपी सिंह ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कार्रवाई केवल मीडिया के दबाव में की जाएगी?
जब मीडिया ने इस मामले में प्रिंसिपल से फोन पर संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें आज ही जानकारी मिली है। लेकिन जब उनसे कार्रवाई पर सवाल किया गया, तो वे चुप्पी साध गए। महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दे पर प्रिंसिपल की यह खामोशी बेहद चिंताजनक है।पीड़िता और उसके परिजनों ने आरोपी के खिलाफ तत्काल गिरफ्तारी व सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अस्पतालों में महिला सुरक्षा के सख्त इंतजाम और जवाबदेही तय करने की आवश्यकता को दोहराया है।जब तक संस्थाएं संवेदनशील नहीं होंगी, महिलाएं असुरक्षित रहेंगी।अब समय है सिर्फ आश्वासनों से नहीं, एक्शन से जवाब देने का।