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उत्तर प्रदेश

सिंचाई विभाग में हड़कंप! पद समाप्ति के खिलाफ प्रदेशभर में फूटा कर्मचारियों का गुस्सा

सिंचाई विभाग में हड़कंप! पद समाप्ति के खिलाफ प्रदेशभर में फूटा कर्मचारियों का गुस्सा
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रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली

चंदौली।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सिंचाई विभाग के पारंपरिक पदों — हेड, जिलेदार, मुंशी और हेड मुंशी — को समाप्त किए जाने के विरोध में मंगलवार को चंदौली समेत पूरे प्रदेश में सिंचाई संघ से जुड़े कर्मचारियों ने प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया। चंदौली में सैकड़ों कर्मचारियों ने सदर स्थित धरना स्थल पर जुटकर सरकार के फैसले का विरोध करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने पदों की बहाली की मांग करते हुए चेताया कि यदि सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानी तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।

आक्रोशित कर्मचारियों का आरोप

धरने में शामिल कर्मचारियों का कहना था कि सरकार “सबका साथ, सबका विकास” की बात करती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे अलग है। अचानक पद समाप्त किए जाने से हजारों कर्मचारी भविष्य को लेकर असमंजस में हैं।

एक कर्मचारी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा, हम वर्षों से विभाग की रीढ़ की तरह सेवा दे रहे हैं, आज हमें ही बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। हमारे परिवारों का क्या होगा?इस दौरान सुरेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष, वाराणसी परिक्षेत्र, सिंचाई विभाग ने कहा कि सरकार ने बिना किसी वैकल्पिक योजना के जिन पदों को समाप्त किया है, वह हजारों परिवारों की आजीविका पर सीधा प्रहार है। हम चुप नहीं बैठेंगे।वहीं अवधेश पांडेय, मंडल प्रभारी, सिंचाई विभाग, उत्तर प्रदेश ने कहा कि यह केवल कर्मचारियों का ही नहीं, पूरे सिंचाई तंत्र का अपमान है। यदि सरकार नहीं चेती तो आंदोलन की आग पूरे प्रदेश में फैलेगी।

धरना स्थल पर कर्मचारियों की भारी भीड़

सदर क्षेत्र स्थित धरनास्थल पर सैकड़ों कर्मचारी बैनर-पोस्टर लेकर डटे रहे। इस दौरान ‘पद बहाल करो’, ‘नौकरी दो या जवाब दो’ जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। कर्मचारियों ने शांतिपूर्वक लेकिन दृढ़ स्वर में अपनी बात रखी और शासन से न्याय की गुहार लगाई।यदि सरकार जल्द सकारात्मक पहल नहीं करती है, तो यह आंदोलन आने वाले दिनों में बड़ा रूप ले सकता है।

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