उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की सोनहुल शाखा द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु वृहद चौपाल का आयोजन

स्वयं सहायता समूहों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ कर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया कदम
मोहम्मद अफजल, डीडीयू नगर
चकिया (चंदौली):महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की सोनहुल शाखा द्वारा गुरुवार को एक वृहद महिला चौपाल एवं वित्तीय समावेशन कैंप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना तथा वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना रहा।
चौपाल के माध्यम से उपस्थित महिलाओं को भारत सरकार द्वारा की गई बैंक पुनर्गठन प्रक्रिया की जानकारी दी गई, जिसके अंतर्गत बड़ौदा यूपी बैंक, आर्यवर्त बैंक और प्रथमा यूपी बैंक का विलय कर 1 मई 2025 से उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक का गठन किया गया है। अब यह बैंक राज्य के सभी 75 जनपदों में 4330 शाखाओं के माध्यम से सेवाएं प्रदान कर रहा है।
कार्यक्रम में महिलाओं को लखपति दीदी योजना, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के गठन और संचालन, क्रेडिट कार्ड लिंकेज, एवं कैश क्रेडिट लिमिट (CCL) जैसी सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। सोनहुल शाखा क्षेत्र में संचालित लगभग 600 स्वयं सहायता समूहों में से 300 से अधिक को पहले ही CCL सुविधा प्रदान की जा चुकी है, जिससे महिलाएं अब छोटे एवं मध्यम व्यवसायों की ओर अग्रसर हो रही हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक प्रेम कुमार सिंह ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आज की ग्रामीण महिलाएं न केवल परिवार की रीढ़ हैं, बल्कि यदि उन्हें उचित मार्गदर्शन और संसाधन मिलें तो वे समाज और देश की आर्थिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक महिला बैंकिंग से जुड़े और आत्मनिर्भर बने।
कार्यक्रम के दौरान कई महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और बैंकिंग से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की। बैंक अधिकारियों द्वारा तत्काल समाधान भी प्रदान किया गया, जिससे महिलाओं में संतोष और विश्वास की भावना दिखी।
इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक कौशल किशोर, वरिष्ठ प्रबंधक वेद प्रकाश, शाखा प्रबंधक अखिलेश कुमार, और वित्तीय समावेशन अधिकारी श्रुति सिंह सहित बैंक की कई शाखाओं के अधिकारी उपस्थित रहे। बैंक सखियाँ – कंचन, नीतू, सोनी और बिंदु ने आश्वासन दिया कि वे अधिक से अधिक महिलाओं को बैंकिंग से जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगी।कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं को जागरूकता सामग्री भी वितरित की गई और बैंक की विभिन्न योजनाओं की पुस्तिकाएं दी गईं।